रांची: झारखंड पुलिस मुख्यालय में दोपहर के उस समय भूचाल आ गया जब जानकारी मिली की एक वीवीआईपी का अपहरण हो गया हैं. यह अपहरण की घटना उस वक्त घटी जब वीवीआईपी गढ़वा से रांची आ रहे थे. अपहरण की घटना को लश्कर के आतंकवादियों ने अंजाम दिया हैं. फिर पुलिस मुख्यालय द्वारा एटीएस की सूचना दी गयी और आतंकवादियों से निपटने के लिए एटीएस(आतंकवादी निरोधक दस्ता) को भेजा गया. एटीएस की टीम ने बहादुरी का परिचय देते हुए वीवीआईपी को आतंकवादियों के चंगुल से मुक्त कराया और तीन आतंकी को मार गिराया हैं. अब आप सोच रहे होंगे की इतना बड़ा हमला हो गया और किसी को इसकी भनक तक नहीं. तो, हुआ यूं कि यह एक मॉक ड्रिल एटीएस के द्वारा झारखंड पुलिस ड्यूटी मीट के दौरान आतंकियों से निपटने के अपने हुनर का शानदार तरीके से प्रदर्शन किया गया.
आतंकवादियों के चंगुल से वीवीआईपी को मुक्त करवाने का हुआ ड्रिल
जैप-1 ग्राउंड में एटीएस के प्रदर्शन ने सबका दिल जीत लिया. एटीएस के प्रदर्शन को देखने के लिए एक ड्रिल का आयोजन किया गया. ड्रिल में एटीएस को आतंकवादियों के द्वारा अगवा किए गए एक वीवीआइपी को बंधन मुक्त करवाना था, जिसे आतंकी बस में ले कर जा रहे थे. जानकारी मिलने के बाद एटीएस की टीम ने बस को चारों तरफ से घर कर सबसे पहले एक आतंकी को मार गिराया उसके बाद दूसरे आतंकी को अपने कब्जे में लिया. इस दौरान बंधक बनाए गए लोगों को कैसे मुक्त करवाया जाता है इसका भी मुजायरा एटीएस के द्वारा किया गया. आतंकी के मारे जाने के बाद किस तरह से ऑपरेशन को खत्म किया जाता है. क्या-क्या सावधानियां बढ़ती जाती है इन सभी ड्रिल का एटीएस की टीम ने बखूबी अंजाम दिया.
एटीएस है एक्टिव
झारखंड में अक्सर आतंकियों के स्लीपर सेल की गतिविधियां सामने आती रहती हैं. इसी सप्ताह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ऐसे दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था जो झारखंड के हजारीबाग और गढ़वा के रहने वाले हैं. यही वजह है कि झारखंड पुलिस भी आतंकियों को लेकर बेहद चौकस है. आतंकी खतरे को देखते हुए ही झारखंड में एंटी टेररिस्ट स्कॉट का गठन हुआ था.