रांची। राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए को झारखंड में नक्सल में एक और बड़ी सफलता मिली है। जांच एजेंसी ने आनंदी पासवान उर्फ आनंद पासवान को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आनंदी पासवान पूर्व में गिरफ्तार 25 लाख के इनामी मगध जोन के प्रमुख रहे प्रद्युमन शर्मा का खास सहयोगी है। एनआईए झारखंड में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही है। गिरफ्तार आनंदी पासवान से पूछताछ में एनआईए को कई जानकारियां मिली है। सत्यापन के लिए एनआईए अब फंडिंग करने वालों को तलाश रही है। ताकि, परत दर परत पूरे मामले का खुलासा किया जा सकें। गिरफ्तार आनंदी पासवान बिहार के अरवल जिले का रहने वाला है।

एनआईए की करवाई में अब तक चार लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
एनआईए की रांची शाखा ने इस मामले में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पूर्व में प्रद्युमन शर्मा के अलावा उसका बेटा तरुण कुमार व सहयोगी अभिनव उर्फ गौरव और अब आनंद पासवान की गिरफ्तारी हो चुकी है। 20 जनवरी 2023 को एनआईए ने दो आरोपियों पर चार्जशीट भी कर दी थी। एनआईए को जांच के दौरान जानकारी मिली थी कि जेल में बंद माओवादी प्रद्युमन शर्मा उर्फ साकेत उर्फ कुंदन के इशारे पर ही उसके सहयोगी योगेंद्र रविदास, नागेंद्र गिरी अभिनव उर्फ गौरव और बिट्टू उर्फ धनंजय पासवान व अन्य ने मिलकर माओवादी के मगध जोन को फिर से मजबूत करने का प्रयास कर रहे थे। योगेंद्र रविदास व नागेंद्र गिरी माओवादियों के मारक दस्ते के सदस्य हैं। जबकि अभिनव उर्फ गौरव उर्फ बिट्टू हथियार सप्लायर था। जिसे बाद में एनआईए ने गिरफ्तार किया था। यह सभी अपने दस्ते को मजबूत करने के लिए लेवी व रंगदारी की वसूली कर रहे थे। ताकि उससे हथियार और आईईडी बनाने का सामान आदि खरीद सकें।

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