Motihari : भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों को उस समय सतर्कता बरतनी पड़ी जब एक अमेरिकी नागरिक एटान बेन को पूर्वी चंपारण के रक्सौल बॉर्डर पर गिरफ्तार किया गया. आरोप है कि वह भारत में टूरिस्ट वीजा की निर्धारित अवधि से अधिक समय तक रुका और रिफ्यूजल के बावजूद गैरकानूनी तरीके से भारत में प्रवेश किया. आव्रजन ब्यूरो के डीएसपी अजीत कुमार के अनुसार, अमेरिकी नागरिक एटान बेन को उस वक्त हिरासत में लिया गया जब वह नेपाल में प्रवेश के लिए डिपार्चर क्लीयरेंस लेने रक्सौल बॉर्डर कार्यालय पहुंचा. जांच के दौरान उसके पास भारत में प्रवेश का वैध स्टांप नहीं पाया गया, जबकि 30 अक्टूबर 2024 की रक्सौल इमिग्रेशन की “एंट्री रिफ्यूजल” की मुहर उसके दस्तावेज़ों पर लगी हुई थी.
जांच में पता चला कि बेन वर्ष 2024 में दो बार भारत आया और कुल 288 दिन भारत में रुका, जबकि वीजा नियमों के अनुसार कोई भी विदेशी नागरिक एक वर्ष में अधिकतम 180 दिन ही भारत में रह सकता है. 29 अक्टूबर 2024 को वह नेपाल चला गया था, लेकिन अगली ही सुबह यानी 30 अक्टूबर को वह फिर भारत में प्रवेश का प्रयास कर रहा था, जिसे अधिकारियों ने नकार दिया.
इसके बावजूद, एटान बेन भारत में अवैध रूप से रह रहा था. इस बात का खुलासा होने के बाद आव्रजन अधिकारियों ने उसे हरैया थाना पुलिस को सौंप दिया. थानाध्यक्ष किशन कुमार ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में मोतिहारी जेल भेजा गया है. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि वह रिफ्यूजल के बावजूद भारत में कैसे घुसा और इतने दिनों तक कहां व क्यों रहा. गौरतलब है कि एटान बेन के पासपोर्ट (संख्या A3613065) की वैधता 29 अगस्त 2033 तक है और उसका टूरिस्ट वीजा 7 सितंबर 2033 तक वैध है, परंतु वीजा शर्तों के उल्लंघन के चलते अब उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इस गिरफ्तारी से भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था और आव्रजन प्रक्रियाओं पर कई सवाल खड़े हो गए हैं. जांच एजेंसियां मामले की गहराई से पड़ताल कर रही हैं.
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