देवघरः अमित कुमार सिंह हत्याकांड की जांच शुरू हो गयी है. देवघर में CID और फॉरेंसिक की टीम घटनास्थल पहुंचकर हर बिंदुओं पर जांच कर रही है. यहां पर टीम के सदस्य मौका-ए-वारदात से सबूत जमा कर रहे हैं. शनिवार को देवघर कोर्ट और वकालत खाना के बीच एक वकील के चैंबर में घुसकर बिहार के कुख्यात अपराधी अमित कुमार सिंह की हत्या की गयी थी.
नकाबपोश अपराधियों द्वारा ताबरतोड़ फायरिंग की गई थी. इस घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस को कोई सफलता अभी तक हाथ नहीं लगी है. वहीं मामले को लेकर रविवार को दुमका की सीआईडी और फॉरेंसिक की टीम घटनास्थल पहुंचकर सभी बिन्दुओं पर जांच कर रही है.
सीआईडी डीएसपी संदीप कुमार गुप्ता के नेतृत्व में चार सदस्यीय सीआईडी की टीम और चार सदस्य फॉरेंसिक की टीम के द्वारा शनिवार की घटना का सीन रिक्रिएट कर हर बिंदुओं पर जांच कर रही है.
जांच टीम को रविवा एक खोखा भी बरामद हुआ है. इससे पहले शनिवार को वारदात के बाद पुलिस को घटनास्थल के पास से एक देसी पिस्टल, 2 खोखा, एक पैलेट एवं एक राउटर बरामद हुआ था.
अमित कुमार सिंह बिहार के बेउर जेल में बंद था और बिहार पुलिस की अभिरक्षा में उसे देवघर कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए लाया गया था. देवघर नगर थाना में अमित के ऊपर कांड संख्या 479/12 दर्ज है.
मृतक चर्चित व्यवसायी चंचल कोठारी अपहरण कांड का मुख्य आरोपी था. लेकिन इसके ऊपर बिहार के विभिन्न थानाओं में दर्जनों मामले दर्ज थे.
निर्भय कुमार सिंह की हत्या में बेउर जेल में आजीवन सजायाफ्ता कैदी था. शनिवार को व्यवसायी चंचल कोठारी अपहरण कांड में देवघर के ADJ 3 में पेशी के बाद अमित सिंह अपने वकील से मिलने उसके चैंबर पहुंचा था तभी पहले से रेकी कर रहे अपराधियों ने उसके सिर में दो गोली और सीने में एक गोली मार कर उसकी हत्या कर दी.
अपराधियों ने वकालतखाना की ओर हवाई फयरिंग करते फरार हो गए.
इस मामले की सूचना के बाद संथाल परगना के DIG जिला के एसपी सहित कई पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पहुंचे थे और जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया.
इस घटना के बाद कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था सहित वकील की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे. अब देखना होगा कि जिला प्रशासन की तरफ से भविष्य में ऐसी घटना दोबारा ना हो इसकी क्या व्यवस्था कि जाती है.
इससे पहले भी कोर्ट परिसर के अंदर 90 के दशक में बमबाजी कर एक की हत्या की गयी थी.