जमशेदपुर : जीएसटी इंटेलिजेंस (जमशेदपुर शाखा) की टीम ने 522 करोड़ के जीएसटी घोटाले मामले में दो सगे भाईयों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में कारोबारी अमित गुप्ता और सुमित गुप्ता का नाम शामिल है. जमशेदपुर जीएसटी की टीम ने दोनों सगे भाईयों को कोलकाता से पकड़ा है. सॉल्ट लेक स्थित फ्लैट में दोनों सगे भाई नाम बदलकर छिपे हुए थे. जीएसटी की टीम दोनों सगे भाईयों को कोलकाता से लेकर जमशेदपुर मंगलवार की शाम पहुंची है. दोनों भाईयों का मेडिकल जांच कराने के लिए जेल भेजने की प्रक्रिया पूरी हो रही है. मालूम हो कि इसी मामले में टीम ने पूर्व में कारोबारी विक्की भलोटिया और शिव कुमार देवड़ा को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
100 से ज्यादा फर्जी कंपनी बानकर किया फर्जीवाड़ा
जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने जांच किया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ है. जीएसटी की टीम ने पाया कि जमशेदपुर में कई ऐसी कंपनियां है जिनमें फर्जी तरीके से लेनदेन किया जा रहा है. जांच के क्रम में पाया गया कि 100 से ज्यादा कंपनी ऐसी है जिसमें फर्जी तरीके से लेनदेन हो रहा है. अब तक इन कंपनियों में तीन हजार से ज्यादा के लेनदेन सामने आए हैं. जमशेदपुर में ही 150 करोड़ रुपये से ज्यादा का जीएसटी घोटाला सामने आया है. फिर एक टीम का गठन किया गया. जिसमें सीनियर इंटेलिजेंस ऑफिसर रौशन कुमार मिश्रा, इंटेलिजेंस ऑफिसर दिनेश कुमार, राजीव रंजन और राजेश कुमार शामिल थे. टीम ने अमित गुप्ता और सुमित गुप्ता को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया. जीएसटी घोटाले का यह आंकड़ा 5000 करोड़ तक जा सकता है.
रांची के कारोबारी विवेक नरसरिया रडार पर
जीएसटी इंटेलिजेंस की रडार पर रांची के कारोबारी विवेक नरसरिया भी रडार पर है. जांच में विवेक नरसरिया का भी नाम सामने आया है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए जीएसटी इंटेलिजेंस छापेमारी कर रही है. फिलहाल विवेक नरसरिया जीएसटी टीम की पकड़ से बाहर है.
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