वाशिंगटन : संयुक्त राज्य अमेरिका ने ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए मध्य पूर्व में अपनी सैन्य तैनाती बढ़ाने का निर्णय लिया है. पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने जानकारी दी कि अमेरिका अब इस क्षेत्र में बी-52 बमवर्षक विमान, लड़ाकू विमानों का एक स्क्वाड्रन और नौसेना के विमानों को तैनात करेगा. राइडर ने बताया कि यूएसएस अब्राहम लिंकन विमानवाहक पोत और उसके स्ट्राइक ग्रुप में शामिल तीन विध्वंसक जल्द ही सैन डिएगो स्थित बंदरगाह पर पहुंचेंगे.
अमेरिका की सुरक्षा प्रतिबद्धता
पेंटागन ने पुष्टि की है कि अमेरिका मध्य पूर्व में अपने नागरिकों और बलों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है. रक्षा सचिव ऑस्टिन ने इस क्षेत्र में अतिरिक्त बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा विध्वंसक और टैंकर विमानों की तैनाती का आदेश दिया है. इसके साथ ही, इजराइल में टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) प्रणाली की तैनाती की जाएगी.
ईरान की गतिविधियों पर नजर
राइडर ने स्पष्ट किया कि यदि ईरान फिर से इजराइल पर हमला करता है, तो अमेरिका सभी आवश्यक उपाय करेगा. हाल ही में ईरान ने इजराइल पर 180 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया था, जिसके जवाब में इजराइल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए. इस बीच, ईरान ने भी प्रतिक्रिया देने की धमकी दी है. अमेरिका का यह कदम इस क्षेत्र में स्थिति को और जटिल बना सकता है, जबकि वैश्विक सुरक्षा चिंताओं में वृद्धि हो रही है.
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