Joharlive Desk

वाशिंगटन। अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉन फ्लॉयड की मौत और पुलिस के हाथों अन्य अश्वेत लोगों की हत्या के विरोध में चल रहे प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। रविवार को प्रदर्शनकारी व्हाइट हाउस पहुंच गए। उन्हें काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। वहीं प्रमुख अमेरिकी शहरों में कर्फ्यू लागू है।

ट्रंप प्रशासन ने दंगा भड़काने वालों की ब्रांडिंग घरेलू आतंकवादियों के तौर पर की है। इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच ताजा झड़पें हुई हैं। व्हाइट हाउस के बगल में स्थित छोटे से पार्क में ये हिंसक झड़प हुई। जिसके बाद अधिकारियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और पेपर स्प्रे का इस्तेमाल किया। वहीं भीड़ ने आगजनी की और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।

न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्योमो और पुलिस आयुक्त डेरमोट शिया ने रविवार को शहर में प्रदर्शनकारियों के साथ घुटने टेकते हुए पुलिस अधिकारियों के एक वीडियो की प्रशंसा की। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों के साथ जॉर्ज फ्लॉयड के लिए न्याय की गुहार लगाते हुए घुटने टेके हुए हैं।

अटलांटा के दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने दो कॉलेज छात्रों के खिलााफ अत्यधिक बल का इस्तेमाल किया। अधिकारियों को लगा कि उनके पास हथियार है। घटना के वीडियो में दिख रहा है कि कॉलेज के दो युवा छात्र कर में बैठे हुए हैं तभी पुलिसवाले उन्हें टास (एक तरह का इलेक्ट्रिकल उपकरण जिससे थोड़ी देर के लिए शॉक दिया जाता है) कर देते हैं।

सुधार विभाग के आयुक्त पॉल शीनेल ने कहा कि मिनेसोटा में कानून प्रवर्तन अधिकारियों का मानना है कि मिनियापोलिस और सेंट पॉल के शहरों में प्रदर्शनों में भाग लेने वाले श्वेत वर्चस्ववादी हैं। उन्होंने कहा, ‘वे आंदोलनकारी हैं। अधिकारी समूहों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं ताकि आंदोलनकारी इकट्ठा न हों और अराजकता को न उकसाएं।’

स्थानीय अमेरिकी नेताओं ने नागरिकों से मिनियापोलिस में एक निहत्थे अश्वेत व्यक्ति की मौत पर जारी अपने गुस्से को रचनात्मक रूप देने की अपील की है। वहीं वाशिंगटन, लॉस एंजिलिस और हाउस्टन में रात में कर्फ्यू लगाया गया। प्रदर्शन के मद्देनजर हजारों पुलिस और राष्ट्रीय रक्षक सैनिकों की तैनाती की गई है।

अमेरिका के शहरों में बड़े पैमाने पर हिंसा देखने को मिल रही है। रविवार को फिलाडेल्फिया के एक इलाके में दुकानों में लूटपाट की गई। इसके अलावा लॉस एंजिल्स में एक लोकप्रिय समुद्र तट खरीदारी केंद्र की दुकानों पर भी लूटपाट की गई।

ट्रंप के प्रतिद्वंदी जो बिडेन नस्लवाद-विरोधी प्रदर्शन के एक स्थल में शामिल हुए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘हम सभी अभी एक दर्द वाले राष्ट्र में हैं लेकिन हम इस दर्द को हमें नष्ट नहीं करने देंगे।’ इसके साथ ही उन्होंने एक तस्वीर साझा की जिसमें वे एक प्रदर्शनस्थल पर अफ्रीकी-अमेरिकी परिवार से बात कर रहे हैं।

वाशिंगटन डीसी में शुक्रवार रात व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शनकारियों के जमा होने पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कुछ समय के लिए एक भूमिगत बंकर में ले जाया गया था। व्हाइट हाउस अधिकारियों और कानून प्रवर्तन सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी। राष्ट्रपति ट्रंप ने बंकर में लगभग एक घंटा बिताया और उसके बाद उन्हें ऊपर लाया गया। 

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