नई दिल्ली: अमरनाथ यात्रियों की संख्या में हर साल इजाफा हो रहा है. इस साल यात्रियों ने पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस साल एक महीने से भी कम समय में 4.51 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन कर लिए है. यह आंकड़ा पिछले साल के 4.5 लाख तीर्थयात्रियों के कुल आंकड़े को पार कर गया है. दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ मंदिर के लिए सोमवार को 1651 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था जम्मू बेस कैंप से रवाना हुआ. अधिकारियों की मानें तो तीर्थयात्रियों के 32वें जत्थे में 1300 से अधिक पुरुष, 200 महिलाएं, दो बच्चे और 104 साधु के अलावा साध्वी शामिल हैं. यह जत्था सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा के घेरे में 67 वाहनों के काफिले में यात्रा करते हुए भगवती नगर बेस कैंप से सुबह 3:35 बजे रवाना हुआ. 1651 तीर्थयात्रियों में से 1269 के पहलगाम पहुंचने की उम्मीद है, जहां से वे अनंतनाग जिले से होते हुए 48 किलोमीटर का पारंपरिक मार्ग तय करेंगे.
28 जून को शुरू हुई थी यात्रा
अन्य तीर्थयात्रियों ने गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे लेकिन अधिक खड़ी बालटाल मार्ग को चुना है. 28 जून को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा उद्घाटन यात्रा को हरी झंडी दिखाने के बाद से अब तक जम्मू बेस कैंप से कुल 1,36,984 तीर्थयात्री अपनी यात्रा पर निकल चुके हैं. 29 जून को शुरू हुई यह यात्रा 19 अगस्त को समाप्त होने वाली है. मूसलाधार बारिश और खड़ी सड़कों की चुनौतियों के बावजूद तीर्थयात्रियों का उत्साह और आस्था कम नहीं हो रहा है. प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम कर रखे है. काफिले के साथ चलने वाला सीआरपीएफ का एस्कॉर्ट इन प्रयासों का प्रमाण है. होटल, रेस्तरां और परिवहन सेवाओं में ग्राहकों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है, जिससे क्षेत्र में आर्थिक वृद्धि हो रही है.