Joharlive Team

देवघर। गुरुवार को उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी कमलेश्वर प्रसाद सिंह द्वारा देवघर जिला अन्तर्गत स्पास्टिक दिव्यांग आवासीय विद्यालय एवं अनाथालय चुल्हिया, मोहनपुर, बाल सुधार गृह चरकी पहाड़ी, सरस कूंज, देवघर एवं Specialised Adoption Agency नन्दन पहाड़ स्थित अनाथालय पहुँचकर बच्चों व बुजूर्गों के बीच मिठाई व चाॅकलेट का वितरण कर रौशनी के पर्व दीपावली के अवसर पर ढेरों शुभकानाएँ व बधाई के साथ आपसी प्रेम, भाईचारे एवं सौहार्द्रपूर्ण तरीके से दीपावली मनाने की बात कही। इस दौरान उन्होंने बच्चों व बुजूर्गों के साथ बात चीत कर उन्हें मिल रहीे सुविधाओं व व्यवस्थाओं से अवगत हुए।

इसके अलावे बातचीत के क्रम में उपायुक्त ने कहा कि प्रकाश का यह पर्व समाज में सद्भाव और भाईचारे की भावना प्रबल करता है। दिवाली की तैयारी के वजह से घर तथा घर के आस-पास के स्थानों की विशेष सफाई संभव हो पाती है। साथ ही दिवाली का त्योहार हमें हमारे परंपरा से जोड़ता है, हमारे आराध्य के पराक्रम का बोध कराता है। इस बात का भी ज्ञान कराता है कि, अंत में विजय सदैव सच और अच्छाई की होती है। यह त्योहार हमें एक नई ऊर्जा प्रदान करता है एकता, सद्भावना और भाईचारे का संदेश देता है। दीपावली के शुभ अवसर पर सभी के जीवन में खुशी, उत्साह और शांति-समृद्धि का संचार हो।

निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश

इसके अलावे उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री कमलेश्वर प्रसाद सिंह द्वारा मोहनपुर प्रखण्ड अन्तर्गत चुल्हिया ग्राम में अवस्थित ‘‘स्पाष्टिक दिव्यांग आवासीय विद्यालय एवं अनाथालय’’, बाल गृह का निरीक्षण वहाँ रह रहे बच्चों की उपस्थिति, उनके रहन-सहन, अध्ययन-अध्यापन की प्रक्रिया, चिकित्सा, साफ-सफाई इत्यादि का अवलोकन किया गया। इस दौरान उपायुक्त द्वारा विद्यालय के रसोईघर, शौचालय, बच्चों के आवासन की सुविधा का निरीक्षण कर बच्चों को मिल कर सुविधाओं से अवगत हुए। साथ ही विद्यालय के संचालक को निदेशित किया गया कि वर्तमान में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य का खासा ख्याल रखे। साथ ही वैसे बच्चे जिन्हें स्पेशल ट्रीटमेन्ट की जरूरत हैं, उनका भी विशेष रूप से ध्यान रखा जाय एवं जिलां स्तर पर जो भी मदद की आवश्यक्ता होगी हर संभव मदद की जायेगी।

निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त द्वारा वहाँ उपस्थित लोगों को निदेशित किया गया कि विद्यालय के भवन, प्रांगण व छात्रावास की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखते हुए बच्चों में स्वच्छता संबंधी अच्छी आदतों का विकास किया जाय, ताकि स्वच्छता के अभाव में किसी प्रकार की बीमारी न हो और विद्यालय का माहौल स्वच्छ व ऊर्जावान बना रहे।

इस दौरान उपरोक्त के अलावे जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर, जिला योजना पदाधिकारी मिथलेश कुमार झा के साथ संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित थे।

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