कोडरमा। जिला प्रशासन और समाज कल्याण विभाग के द्वारा जिला में सभी सेविका और सहायिका के उन्मुखीकरण हेतु प्रशिक्षण व कार्यशाला का आयोजन कोडरमा प्रखंड सभागार में किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में जिले की सभी सेविका और सहायिका को बाल मित्र आधारित और समावेशी शिक्षा को सुनिश्चित करने, इसके साथ ही बाल श्रम उन्मूलन, बाल विवाह, बाल तस्करी, बाल उत्पीड़न एवं डायन प्रथा के खिलाफ प्रशिक्षित किया किया गया। आज उपायुक्त आदित्य रंजन कोडरमा प्रखंड सभागार में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम पहुंचे और सेविक व सहायिका को आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के कैसे विकास हो, जानकारी दिये। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को ठीक से रखना, उनका ध्यान देना, उनका अभिभावकों का काउसलिंग करना और दायित्वों का निर्वहन बेहतर तरीके से करने को लेकर कई बातें बतायी। आंगनवाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र के रुप में विकसित करने की बात कही।
उपायुक्त रंजन द्वारा सभी सेविका व सहायिकाओं को आंगनवाड़ी केद्रों को विकास कैसे करें, इसके लिए कई कहानियों व उदाहरण देकर प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में समावेशी शिक्षा के लिए जो भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उस प्रशिक्षण को बेहतर तरीके से प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों का सर्वागिंग विकास करें। उपायुक्त ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रही सभी सेविका एवं सहायिका को आंगनवाड़ी केंद्रों में विभिन्न गतिविधियों के तहत प्री स्कूल एजुकेशन को रोचक एवं ज्ञानवर्धक बनाने के विभिन्न तरीकों के बारे बताया। आंगनवाड़ी केंद्रों की साफ-सफाई, बच्चों की साफ-सफाई के साथ-साथ महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी दिये। आंगनवाड़ी केंद्रों में किचन गार्डन, पोषण वाटिका इत्यादि के संबंध में भी प्रशिक्षित किया गया। बता दें कि प्रशिक्षण के उपरांत सभी आंगनवाड़ी सेविका एवं सहायिका का प्रशिक्षण संबंधी जानकारी का मूल्यांकन किया जायेगा और आंगनवाड़ी केंद्रों में होने वाले परिवर्तन, अनुभव को साझा करते हुए एक-दूसरे का मूल्यांकन किया जायेगा। मूल्यांकन के उपरांत बेहतर कार्य करने वाली सेविकाओं को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जायेगा। प्रशिक्षण के दौरान सेविका व सहायिकाओं द्वारा हाथ से निर्मित बाबा साहब भीम राब अंबेडकर की मूर्मि भेंट किया गया। उपायुक्त द्वारा विकलांग बच्चे को ट्राई साइकिल प्रदान किया गया।
उपायुक्त आदित्य रंजन द्वारा शुरू की गयी प्रोजेक्ट किलकारी एक अनूठी पहल है। इसका उद्देश्य 03 से 06 वर्ष के बच्चों का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक विकास को बढ़ावा देना, साथ ही साथ बच्चों की प्री स्कूल एजुकेशन को रोचक एवं ज्ञानवर्धक बनाने पर बल दिया जायेगा।
इस मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आरती कुमारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी रोशमा डुंगडुंग, अंचल अधिकारी अनिल कुमार, पीएमयू सदस्य धनपाल व अन्य मौजूद थे।