बोकारो: राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन 2024 के तहत फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का शुभारंभ शनिवार को समाहरणालय सभागार में उपायुक्त-सह-अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति कुलदीप चौधरी, पुलिस अधीक्षक प्रियदर्शी आलोक, अपर नगर आयुक्त चास  सौरव भुवनिया, सिविल सर्जन डॉ दिनेश कुमार, अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, अनुमंडल पदाधिकारी चास ओम प्रकाश गुप्ता, अनुमंडल पदाधिकारी बेरमो शैलेश कुमार आदि ने डीईसी की गोलियों के साथ अल्बेंडाजोल का टैबलेट का सेवन कर जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरूआत की.

कुल 2102 बूथ बनाए गए 

मौके पर उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने कहा कि फाइलेरिया (हाथी पांव) मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है. दवा खाकर ही हम इस बीमारी से बच सकते हैं. इस बीमारी के लिए दवा का सेवन करना इसलिए जरूरी है क्योंकि इस बीमारी का इंफेक्शन तुरंत नहीं दिखता है. इसका असर एक से दो दशक बाद होता है. तब तक इसका उपचार लगभग संभव नहीं होता है. इसलिए ऐतिहातन सभी को डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा आयु वर्ग के अनुसार खानी चाहिए. डीसी ने जिलावासियों से फाइलेरिया उन्मूलन के लिए दवा का सेवन करने की अपील की. दवा खिलाने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्र, सभी स्वास्थ्य उप केंद्र, सभी स्वास्थ्य केंद्र, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व विद्यालयों में कुल 2102 बूथ बनाया गया है. जहां आमजन जाकर दवा का सेवन कर सकते हैं. रविवार से अगले 14 दिनों तक डोर टू डोर दवा खिलाई जाएगी. उन्होंने सिविल सर्जन डॉ दिनेश कुमार समेत अन्य चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को निर्धारित समय पर पूरा करें. साथ ही शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करने को कहा.

पदाधिकारी कर रहें कार्यक्रम की मानिटरिंग 

वहीं, उपस्थित पुलिस अधीक्षक प्रियदर्शी आलोक ने कहा कि फाइलेरिया के प्रति जागरूकता को नीचे तक संबंधित अधिकारी, थाना प्रभारी पहुंचाएं. बीमारी से बचाव के लिए दवा का सेवन करना आवश्यक है.  मौके पर सिविल सर्जन डॉ दिनेश कुमार एवं जिला भीवीडी पदाधिकारी डॉ रेणु भारती ने कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर की गई तैयारियां की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सभी 2102 बूथों पर दवा खिलाया जा रहा है. दवा खिलाने कार्य के लिए पर्याप्त संख्या में ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर एवं इसकी निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में पर्वेक्षकों को लगाया गया है. इसके अलावा जिले के वरीय पदाधिकारी, बीडीओ, सीओ व चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा भी कार्यक्रम की मानिटरिंग की जा रही है.

बता दें कि मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) 2023 के तहत फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के लिए 24 लाख 73 हजार 700 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए पर्याप्त संख्या में बूथ बनाया गया है. 10 फरवरी को बूथ पर व 11 से 25 फरवरी तक घर-घर घूमकर सभी लोगों को डीईसी व एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी. समाहरणालय सभागार में उपस्थित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी– थाना प्रभारी, चिकित्सा पदाधिकारी, विभिन्न कार्यालयों के कर्मी आदि ने भी डीईसी की गोलियों के साथ अल्बेंडाजोल टैबलेट का सेवन किया. उधर, प्रखंडों में भी संबंधित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वार फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरूआत की गई. चिन्हित बूथों पर लोगों को दवा खिलाया गया.

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