Joharlive Team
- यायीजय योग, रवियोग, बुधादित्य योग और रोहिणी नक्षत्र जैसे दुर्लभ संयोग में मानेगा अक्षय तृतीया।
- बुद्धादित्य योग और दो ग्रह के उच्च के योग में मानेगा अक्षय तृतीया ।( सूर्य चंद्र शुक्र) जमीन मकान लेने या नेव देना अत्यंत शुभ।
- सोना लेना या कोई मौचुअल फण्ड में पैसा जमा करना अत्यंत शुभ।
- आज जो भी खरीदा या दान किया जाता है उसका अक्षय फल प्राप्त होता है।
- बास का सामना दान करने से भगवान विष्णु प्रस्सन होते हैं और वंश बृद्धि करवाते हैं।
भारत संस्कृति प्रधान देश है। यहाँ प्रतिदिन कोई न कोइ व्रत होता रहता है। भारतीय मनीषियों ने जो व्रत बनाया है इसका मूल उद्देश्य व्यक्ति और समाज को पथ भ्रष्ट होने से बचाना है ।
भारतीय गणना के अनुसार चार स्वयं सिद्ध मुहूर्त हैं। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, अक्षय तृतीया, दशहरा एवं दीपावली। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि को मनाया जाने वाला यह व्रत अपने आप मे महत्वपूर्ण है।
इस वर्ष अक्षय तृतीया 26 अप्रैल रविवार को मनाया जाएगा। इसी दिन परसुराम जी का जन्मदिन भी मनाया जाता है। सतयुग, त्रेतायुग का आरंभ भगवान विष्णु का अवतार, द्वापरयुग का समापन , गंगा का आगमन और बद्री नाथ का कपाट खुलने का दिन है।
अक्षय तृतीया के अवसर में किसी भी प्रकार का शुभ कार्य किया जा सकता है। कोई नई वस्तु खरीदना हो, शादी-विवाह मुंडन, जनेऊ, गृहप्रवेश आदि में मुहूर्त देखने की कोई जरुरत नहीं पड़ती है। इस दिन किया गया दान या पूजा का अक्षय फल प्राप्त होता है। साथ में पितर सम्बन्धी भी कार्य किया जा सकता है। इस वर्ष 15 साल बाद तृतीया का पावन पर्व शुभ संयोग ले कर आ रहा है। अक्षय तृतीया पर सूर्य, मंगल और राहु अपनी उच्च राशि है।
यह संयोग स्वयं में दुर्लभ माना जाता है, जिससे यह बहुत ही महत्वपूर्ण है, इस दिन रवि योग, यायीजय योग, बुधादित्य सिद्ध योग, बन रहा है। इस दिन किसी पवित्र नदी या जल में स्नान और दान का महत्व है। साथ मे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का पूजन कमल और गुलाब का पुष्प अर्पण कर के किया जाना चाहिए। किसी मंदिर में जल, सरबत एवम् सत्तू का दान करना चाहिए साथ ही मौसम के अनुसार फल का दान का विशेष महत्व है। घड़ा में जल भर कर दान करना चाहिए। इस दिन कुछ धन अर्जन का भी महत्व है।
शुभ मुहूर्त :- सूर्योदय से रोहिणी नक्षत्र है। शाम 8:55 तक यह रहेगा। इस दौरान शादियों के लिए अबूझ मुहूर्त रहेगा जो की बहुत ही शुभ माना गया है।
अक्षय तृतीया 25 अप्रैल की दिन 10:23 बजे से लग जाएगी, लेकिन उदया तिथि होने के कारण इसका मान 26 अप्रैल को दिन 11:13 बजे सूर्योदय के साथ माना जायेगा। उद्या तिथि होने से अक्षयतृतीया का मान दिनभर रहेगा।
अक्षय तृतीय के शुभ दिन में व्यक्ति अपने राशि के अनुसार समान खरीद और दान कर सकता है।
मेष राशि ::- सोना पीतल तांबा खरीद और बास का पंखा दान कर सकते है।
बृष ::- चांदी सफेद बस्तु खरीद और सरबत चना का दान कर सकते हैं।
मिथुन राशि::- सोना पीतल और मूर्ति किसी बैंक का शेयर खरीद और हरा फल सब्जी दान कर सकते है।
कर्क राशि::- चांदी के बर्तन सिक्का आभूषण खरीद और दूध का दान कर सकते है।
सिंहराशि::- सोना तांबा इलेक्ट्रिक संबंधित शेयर ले सकते हैं, और मौसम के अनुसार फल खरीद और दान कर सकते हैं।
कन्या राशि ::- बैंक का शेयर, चांदी, पीतल वस्त्र और सब्जी खरीद और दान कर सकते हैं।
तुला राशि ::-चांदी सिक्का इलेक्ट्रॉनिक समान खरीद और दान कर सकते है।
बृश्चिक राशि::- सोना पीतल और चना खरीद और दान कर सकते हैं।
धनु राशि::- चांदी के बर्तन सिक्का और पीली वास्तु मिटी का वास्तु खरीद और दान कर सकते हैं।
मकर राशि::- सोना लोहा और जल का उपकरण खरीद और दान कर सकते है। कोई भी मचुअलफण्ड में पैसा लगा सकते हैं।
कुम्भ राशि ::- सोना चांदी के सिक्का और वाहन जमीन खरीद और सत्तू मौसमी फल का दान कर सकते हैं।
मीन राशि::- सोना पीला वास्तु धार्मिक पुस्तक घर खरीद आम का सरबत दान कर सकते हैं।
!!आचार्य प्रणव मिश्र!!
!!आचार्यकुलम, अरगोड़ा, राँची!!