Joharlive Team
रांची : नामकुम थाना क्षेत्र के खरसीदा तेतरी रिंग राेड में हुए आकाश सिंह हत्याकांड में शामिल पांच अपराधियाें काे गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने शुक्रवार को हत्याकांड का खुलासा किया है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों में नामकुम थाना क्षेत्र के सपारोम निवासी संजय नायक, खूंटी जिला निवासी जगरनाथ उरांव, जोसेफ पूर्ति, समराय पूर्ति और सिलास टोप्पो का नाम शामिल है। गिरफ्तार अपराधियाें के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त किया गया हथियार व गाेली का खाेखा भी बरामद की है। गिरफ्तार अपराधियों के बारे में जानकारी देते हुए एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि पांच अपराधियों ने मिलकर आकाश हत्याकांड का अंजाम दिया था। पकड़े गए सभी अपराधी पिछले कुछ माह से लगातार लूटपाट करने का प्रयास कर रहे थे। लूट की घटना का अंजाम देने के लिए संजय नायक ने एक गिरोह बना लिया था। गिरोह में कुल 8 सदस्य शामिल हैं जिनमें से 5 को गिरफ्तार कर लिया गया है। फरार तीन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है लेकिन सफलता नहीं मिल पा रहा है। पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने इस बात को स्वीकार किया है कि लूटपाट की नियत से ही उन लोगों ने आकाश को गोली मारी थी। हालांकि गोली मारने के बाद लूट की घटना का अंजाम दिए बगैर सभी मौके से फरार हो गए थे। मालूम हाे कि 20 जुलाई की रात रिंग राेड सि्थत काेकाकाेला गाेदाम के पास खड़ी कार में बैठकर अपनी प्रेमिका के साथ बातचीत कर रहे इंटेरियर डीजाईनर आकाश सिंह काे बाइक सवार अपराधियाें ने गाेली मार दी थी। गाेली आकाश के जबड़े काे छेदते हुए बाहर निकल गई थी। इसके बाद आकाश के साथ माैके पर माैजूद उसकी प्रेमिका ने 100 डायल कर घटना की जानकारी तुरंत पुलिस काे दी थी। इसके बाद अाकाश काे इलाज के लिए मेडिका ले जाया गया था जहां इलाज के दाैरान उसने 29 जुलाई की रात दम ताेड़ दिया था।
गिरफ्तार अपराधियाें का पीएलएफआई से रहा है कनेक्शन
अाकाश हत्याकांड में शामिल तीन अपराधियाें का उग्रवादी संगठन पीएलफआई से भी कनेक्शन रहा है। इन लोगों ने पहले भी कई अपराधिक घटनाओं का अंजाम दिया है। समय-समय पर ये अपराधी खूंटी जाकर पीएलएफआई उग्रवादियाें से भी मुलाकात करता था। कुछ दिनाें बाद सभी संगठन में शामिल हाेने का भी मन बना रहा था। हालांकि इससे पहले ही पुलिस ने सभी काे गिरफ्तार कर लिया।
एक माह पहले मुर्गी ब्यवसायी काे भी इन्ही अपराधियाें ने मारी थी गाेली : 3 जुलाई की रात मुर्गी ब्यवसायी करमदेव महताे काे भी इन्ही अपराधियाें ने कुटियातु चाैक के समीप दाे गाेली मारी थी। करमदेव महताे घायल अवस्था में स्कूटी के नीचे दबा हुअा था जिसे वहां से गुजरे रहे लाेगाें ने देखकर घटना की जानकारी दी थी। इसके बाद उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था। हालांकि इलाज के दाैरान करमदेव महताे ने आलम नर्सिंग हाेम में लगभग दस दिनाें बाद दम ताेड़ दिया था। पुलिस घटना में शामिल अपराधियाें के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही थी लेकिन सफलता नहीं मिल पा रहा था। गिरफ्तार अपराधियों ने बताया है कि मुर्गी व्यवसाई को भी लूटपाट की नियत से इन्हीं लोगों ने गोली मारी थी।