रांची। झारखंड के रामगढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में एनडीए ने जीत दर्ज कर ली है। ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी की प्रत्याशी सुनीता चौधरी ने कांग्रेस के उम्मीदवार बजरंग महतो को 47 हजार से भी ज्यादा मतों से पराजित किया। हालांकि चुनाव परिणाम की आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है। कांग्रेस प्रत्याशी को झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल और वाम दलों का भी समर्थन हासिल था, लेकिन उन्हें जबर्दस्त शिकस्त झेलनी पड़ी है।
झारखंड में वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब तक कुल पांच उपचुनाव हुए हैं और इसके पहले के सभी उपचुनावों में राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन ने जीत दर्ज की थी। यह पहला उपचुनाव है, जब एनडीए के हाथों सत्तारूढ़ गठबंधन को पराजय का सामना करना पड़ा है।
इस सीट पर 2019 में कांग्रेस की ममता देवी ने आजसू पार्टी की प्रत्याशी सुनीता देवी को पराजित किया था। हजारीबाग जिले की कोर्ट ने ममता देवी को एक आपराधिक मामले में बीते 13 दिसंबर को सात साल की सजा सुनाई थी और इसके बाद उनकी विधायकी निरस्त कर दी गई थी। इस वजह से यहां उपचुनाव कराए गए।
कांग्रेस ने पूर्व विधायक ममता देवी के पति बजरंग महतो को प्रत्याशी बनाया, जबकि आजसू पार्टी ने भाजपा के समर्थन से सुनीता चौधरी को मैदान में उतारा। सुनीता चौधरी इस सीट से कई बार विधायक रह चुके और गिरिडीह के मौजूदा सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी हैं।
उपचुनाव में एनडीए की जीत राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए झटका माना जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पैतृक गांव इसी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है और इस उपचुनाव में उन्होंने कांग्रेस की ममता देवी के पक्ष में कई चुनावी सभाएं की थीं।