Johar Live Desk : मांडर में जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि और आजसू के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष राबुल अंसारी ने शनिवार को अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। उनका आरोप है कि आजसू ने वक्फ संशोधन बिल का समर्थन करके मुसलमानों की आस्था से खिलवाड़ किया है। राबुल अंसारी का कहना है कि इस बिल के समर्थन से मुसलमानों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। इस बिल को आजसू और भाजपा सरकार का समर्थन मिलने से अल्पसंख्यक समुदाय में गुस्सा है। अल्पसंख्यक नेताओं का मानना है कि यह बिल मुसलमानों की संपत्ति को जब्त करने का एक तरीका है, जिससे उनका अधिकार छीना जा सकता है।
इस इस्तीफे के बाद मांडर की राजनीति में नए समीकरणों की संभावना जताई जा रही है। राबुल अंसारी के इस्तीफे से यह संकेत मिलते हैं कि आगामी चुनावों में इसका असर पड़ सकता है। अल्पसंख्यक नेताओं की यह प्रतिक्रिया राजनीतिक हलचल का कारण बन सकती है।
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