मुंबई : महाराष्ट्र में सियासी हलचल अभी थमी नहीं है। एक के बाद एक खबरें सियासी गलियारों से आती रहती है। महाराष्ट की राजनीति में जारी उथल-पुथल के बीच एक और बड़ी खबर सामने आयी है। इसी बीच, खबर सामने आई है कि अजित पवार गुट के विधायक एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंचे हैं। सेंटर में पहुंचने वालों में अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल, अदिति तटकरे, हसन मशरिफ सहित कई विधायक शामिल हैं।
सुप्रिया सुले का आया कॉल
महाराष्ट्र में एनसीपी में फूट के बाद पार्टी प्रमुख शरद पवार कुछ बड़ा कदम उठा सकते हैं। बगावत के 14 दिन बाद उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं की बैठक बुलाई है। इस बैठक में प्रमुख नेताओं को तत्काल तलब किया गया है। शरद गुट के नेता जयंत पाटिल ने बताया कि मुझे सुप्रिया सुले (शरद पवार की बेटी) का कॉल आया है। उन्होंने कहा है कि शरद पवार ने तत्काल वाईबी चव्हाण प्रतिष्ठान पहुंचने के लिए कहा है।
2 जुलाई को एनसीपी से बगावत
उन्होंने कहा, शरद पवार ने एक कदम उठाया है। अभी तक मुझे इसकी जानकारी नहीं है। अजीत पवार और बाकी विधायक क्यों आए हैं। बताते हैं कि इस बैठक में बागी नेता प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल भी पहुंचे हैं। बता दें कि 2 जुलाई को महाराष्ट्र की राजनीति में अचानक नया मोड़ आया था। अजित के नेतृत्व में एनसीपी के दिग्गज नेताओं ने पार्टी से बगावत कर दी थी और एनडीए में शामिल हो गए थे। अजित समेत 9 विधायक सरकार में शामिल हो गए थे। अजित डिप्टी सीएम बने थे।
दो दिन पहले चाची से मिलने घर गए थे अजित
बता दें कि अजित पवार दो दिन पहले ही शरद पवार के घर पहुंचे थे। वहां उनकी मुलाकात चाचा शरद पवार और छोटी बहन सुप्रिया सुले से मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई थीं। हालांकि बाद में अजित पवार ने मुलाकात की वजह बताई थी। अजित का कहना था कि वे अपनी चाची (प्रतिभा पवार) से मिलने और उनका स्वास्थ्य जानने के लिए गए थे। अजित को अपनी चाची प्रतिभा का करीबी माना जाता है।
शरद पवार को बताया था प्रेरणास्रोत
अजित का कहना था कि उन्होंने कहा- यह हमारी परंपरा है कि हम परिवार को महत्व देते हैं, यह मेरे माता-पिता ने सिखाया है। मुझे अपने परिवार से मिलने का अधिकार है। मेरी चाची अस्पताल में थीं, इसलिए मैं उनसे मिलने गया। अंतरात्मा की आवाज ने मुझसे कहा तो मैं मिलने गया। चाचा शरद पवार और सुप्रिया सुले भी मौजूद थीं। पवार साहब ने मुझे शिक्षा विभाग के संबंध में एक लेटर दिया है। ये पत्र 21-22 का है। शरद पवार हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं और आदरणीय भी हैं। मेरे कक्ष में भी उनकी तस्वीर है। उनकी फोटो का इस्तेमाल किया जा रहा है।