JoharLive Desk
साहिबाबाद : भारतीय वायुसेना आज 87 साल की हो गई है। वायुसेना दिवस के अवसर पर गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान वायुसेना के जवान लड़ाकू विमानों के साथ करबत दिखा रहे हैं।
हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित एयर शो में पहली बार लड़ाकू हेलीकॉप्टर अपाचे और हैवी लिफ्ट हेलीकॉप्टर चिनूक अपनी ताकत दिखा रहे हैं। इससे पहले सेना प्रमुख बिपिन रावत, भारतीय वायु सेना प्रमुख आरके सिंह भदौरिया और नौसेनाध्यक्ष करमबीर सिंह ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसी बीच वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने वायुसेना दिवस पर कहा, ‘इस (बालाकोट एयरस्ट्राइक) की रणनीतिक प्रासंगिकता आतंकवादियों को दंडित करने के लिए राजनीतिक नेतृत्व का संकल्प है।’
उन्होंने आगे कहा कि, आतंकवादी हमलों से निपटने के सरकार के तरीके में बदलाव आया है। पड़ोस का वर्तमान सुरक्षा वातावरण चिंता का गंभीर विषय बना हुआ है। पुलवामा हमला रक्षा प्रतिष्ठानों पर होने वाले लगातार खतरे की याद दिलाता है।’
भदौरिया ने आगे कहा कि, पड़ोस में वर्तमान सुरक्षा वातावरण चिंता का एक गंभीर कारण है। पुलवामा हमला रक्षा प्रतिष्ठानों के लिए लगातार खतरे की याद दिलाता है।
- नौसेना अध्यक्ष के आगमन पर उन्हें जनरल सैल्यूट दिया जाएगा जो इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। वायुसेना दिवस के स्थापना के अवसर पर तीनों सेनाओं के विशिष्ट अधिकारी पहुंच रहे हैं।
- ग्रुप कैप्टन सचिन तेंदुलकर भी पहुंचे, जिनका विधिवत स्वागत किया गया।
- एडमिरल करमवीर सिंह को जनरल सैल्यूट प्रदान किया गया।
- थल सेना अध्यक्ष जनरल विपिन रावत भी हिंडन एयरबेस पहुंचे।
- एयरफोर्स डे परेड में पहुंचे तीनों सेनाओं के अध्यक्ष।
- एयर फोर्स वाइफ एसोसिएशन की सदस्य भी कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंची।
- बी17 हेलिकॉप्टर वायुसेना का ध्वज लिए हुए पहुंचे।
- आरकेएस भदौरिया से अनुमति ली गई कि वह परेड का नीरीक्षण करेें।
- इस कार्यक्रम में चार स्क्वॉड्रन हिस्सा ले रहे हैं जिनका नेतृत्व क्रमशः अभिषेक कुमार, राजनदीप बेनीवाल, अंकित सैनी, सागर गौड़ कर रहे हैं।
- एयर चीफ मार्शल सलामी मंच की ओर रवाना।
- इस कार्यक्रम में 43 अफसर हिस्सा ले रहे हैं।
- सलामी मंच के सामने से गुजरे चारों स्क्वॉड्रन वायुसेना अध्यक्ष ने ली सलामी।
- परेड की समाप्ती के बाद वायुसेना ने विशिष्ट, अति विशिष्ट सेवाओं के लिए मेडल प्रदान किए गए।
- 51 स्क्वॉड्रन यानी अभिनंदन वर्तमान की स्क्वॉड्रन को भी मिला सम्मान।
- पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक करने वाली नौवीं स्क्वॉड्रन को भी मिला सम्मान। इन्हें युद्ध सेवा मेडल मिला।
- पुरस्कार वितरण के बाद वायुसेना अध्यक्ष कार्यक्रम में मौजूद वायुसेना के जवानों और अधिकारियों व अन्य मेहमानों को संबोधित कर रहे हैं।
- उन्होेंने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता देश की सुरक्षा है।
- निशान टोली का नेतृत्व शिवांगी राजावत कर रही हैं। जब यह टोली मार्च करती है तो कार्यक्रम में मौजूद लोग खड़े होकर इसका सम्मान करते हैं। यह परंपरा शुरू से चली आ रही है।
- वायुसेना की विभिन्न टुकड़ियां अपने करतब दिखाए।
- जमीन पर करतब दिखाने के बाद अब वायुसेना आसमान में पूरे विश्व को अपना दम दिखा रही है।
- ग्रुप कैप्टन एस रावत चिनूक एयरक्राफ्ट टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
- अपाचे लीथल हेलिकॉप्टर दूसरे नंबर फ्लाईपास्ट देने पहुंचे।
- तीसरे नंबर विंटेज एयर ने दिखाया दम।
- डकोटा एयक्राफ्ट ने भी दिखाए करतब।
- हरक्यूलिस फाइटर जेट ने दिखाया दम।
- सुखोई-30 ने भी किया जोरदार प्रदर्शन, दर्शक बजाते रहे ताली।
- दिलों की धड़कनें बढ़ाने वाला एवेंजर फॉर्मेशन, एयरक्राफ्ट की तेज आवाज से पूरा सभास्थल गूंज उठा।
- मिग विमानों ने अपने प्रदर्शन से खूब बटोरी दर्शकों की तालियां
- अभिनंदन वर्तमान ने मिग-21 से दिखाए करतब।
- मिग-29 विमान से वायुयोद्धा आलोक शर्मा ने दिखाया करतब।
- मिराज-2000 ने दिखाया करतब।
- सिंगल सुपर-30 एमकेआई ने दिखाया दम। आसमान में यह ऊपर और ऊपर जाता गया और लोगों की निगाहें वहीं टिकी रहीं और विमान आसमान में ओझल हो गया।
- 9 एयरबेस से विभिन्न विमानों ने उड़ानें भरी हैं।
- देश में बने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस ने दिखाई क्षमता, आकाश में की कलाबाजियां। तेजस ने सबसे ज्यादा समय तक अपने करतब दिखाए।
- सारंग हेलिकॉप्टर ने भी आसमान में दिखाए करतब।
- सूर्य किरण फाइटर जेट ने राफेल फॉर्मेशन में अपनी प्रस्तुति दी।
भारत और पाकिस्तान में जानिए हवा में कौन कितना है ताकतवर?
भारत पाकिस्तान
कुल एयरक्राफ्ट 2082 1342
लड़ाकू विमान 520 348
हमलावर विमान 694 438
ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट 248 51
ट्रेनर एयरक्राफ्ट 364 499
कुल हेलीकॉप्टर 692 322
लड़ाकू हेलीकॉप्टर 17 55
हालांकि भारत के मिग-21 विमान अब रिटायर होने वाले हैं। लेकिन अपाचे हेलीकॉप्टर और राफेल के शामिल होने से भारत की हवाई ताकत फिर से बढ़ गई है।