रांची : राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में कैंपस को दुरुस्त करने की तैयारी चल रही है. जिसके तहत कैंपस में ट्रैफिक कंट्रोल के लिए एजेंसी की तलाश की जा रही है. वहीं पार्किंग को भी प्राइवेट हाथों में देने की तैयारी है. जिससे कि हॉस्पिटल प्रबंधन को रेवेन्यू मिलेगा. वहीं कैंपस में व्यवस्था ठीक रहेगी. बता दें कि बेतरतीब पार्किंग और तेज रफ्तार गाड़ियों के कारण आए दिन एक्सीडेंट की संभावना बनी रहती है. वहीं एंबुलेंस को भी हॉस्पिटल तक पहुंचने में परेशानी होती है. इन सब समस्याओं को देखते हुए प्रबंधन ने यह कदम उठाया है.
अवैध रूप से चल रहा पार्किंग
हॉस्पिटल में सालों से एक पार्किंग चल रहा है. जिससे मिलने वाला राजस्व कुछ खास लोगों की जेब में जा रहा है. इससे रिम्स को कोई राजस्व नहीं मिल रहा है. इसे हटाने को लेकर जीबी की बैठक में भी मुद्दा उठाया गया था. वहीं कैंपस में चल रही दुकानों को भी हटाने की बात कही गई थी. सालों से चल रहे इस अवैध पार्किंग को खत्म करने का रास्ता साफ हो गया है. वहीं आसामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा कैंपस में नहीं लगेगा.
पूरा हॉस्पिटल कैंपस बना है पार्किंग
पूरे हॉस्पिटल कैंपस में प्राइवेट एंबुलेंस वालों का कब्जा है. मेन बिल्डिंग से लेकर सुपरस्पेशियलिटी कैंपस तक इन लोगों ने पार्किंग बना दिया है. सुबह से रात तक ये कैंपस में जमे रहते है. वहीं मरीजों से मनमाना भाड़ा भी वसूलते है. इतना ही नहीं इनकी वजह से भी हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. जहां-तहां पार्किंग की वजह से मरीजों को लेकर आने वाली गाड़ियों को जगह नहीं मिलती. इस चक्कर में गाड़ियों की बेतरतीब पार्किंग होती है.