जमशेदपुर : तुरामडीह यूसीआईएल गेट पर बेमियादी धरना आज 30 सितंबर को त्रिपक्षीय वार्ता का बाद खत्म हो गया. पोटका बीडीओ की मध्यस्थता में तुरमडीह माइंस के विस्थापन प्रभावित समिति एवं तुरामडीह माइंस के अधिकारियों के साथ लगभग 3:30 घंटे चली वार्ता के बाद विस्थापितों एवं प्रभावित समिति की मांगों को मान लिया गया. इसके बाद यह प्रदर्शन समाप्त किया गया.
क्या है मामला
आंदोलनकारियों द्वारा बताया गया कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत पोडीहासा पंचायत के ग्रामीण तूरामडी माइंस गेट को अनिश्चितकालीन के लिए जाम कर दिए थे. इस दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तुरामडी माइंस आदिवासियों, विस्थापितों, रैयतों, भूमि पुत्रों के हक को छीनने का प्रयास कर रहा है. ग्रामीणों का कहना था के प्रत्येक वर्ष रिक्तियां निकाली जाए और शत प्रतिशत विस्थापितों की बहाली की जाए. विस्थापित कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति एवं मृत्यु होने के बाद उनके आश्रितों को नौकरी दी जाए. पीढ़ी दर पीढ़ी नौकरी देने ठेकेदारी में विस्थापित और प्रभावित परिवार को नौकरी में प्राथमिकता देने की मांग की गई थी. ग्रामीणों की मांग थी कि कंपनी के 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी गांव को मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाए, जिसमें सड़क, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार शामिल थे. इन सभी मांगों को अब कंपनी प्रबंधन ने मान लिया है. इसके बाद यह धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया.