साहिबगंज: गंगा नदी में गुरुवार की रात एक मालवाहक जहाज अनियंत्रित हो गया। इसके बाद जहाज पर लोड ट्रक गंगा नदी में गिरने लगे। एक झटके में पांच ट्रक गंगा में गिरकर डूब गए। जबकि शेष 9 ट्रक जहाज पर ही पलट गए। ट्रक के साथ ड्राइवर और खलासी भी थे। पांच लोग तैरकर बाहर निकल गए। चार ड्राइवर और खलासी लापता हैं। इनकी खोज के लिए एनडीआरएफ गंगा में रेस्क्यू आपरेशन चला रहा है। दूसरी तरफ हादसे को लेकर भाजपा ने झारखंड की हेमंत सरकार पर हमला बोला है। शुक्रवार को झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक अनंत ओझा और अमर बाउरी ने विधानसभा में मामले को उठाया। सीबीआइ जांच कराने की मांग की।
झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में साहिबगंज-मनिहारी फेरी घाट के बीच गंगा में मालवाहक जहाज दुर्घटना का मुद्दा उठा। भाजपा विधायकों ने हेमंत सरकार को जिम्मेवार ठहराते हुए हंगामा किया। विधायक अमर बाउरी और अनंत ओझा ने सीबीआइ जांच की मांग की। पूछा-कितने लोग डूबे, सरकार बताए? साहिबगंज के डीसी और एसपी पर मुकदमे की मांग की। विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पिछले साल ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था।
हादसे के बाद साहिबगंज जिला प्रशासन ने देवघर स्थित एनडीआरएफ से संपर्क साधा। इसके बाद एनडीआरएफ की एक टीम साहिबगंज पहुंची। एनडीआरएफ गंगा में लापता ड्राइवर-खलासियों को खोजने के लिए अभियान चला रही है। चार लोगों के लापता होने की बात है। पांच लोग तैरकर बाहर निकल गए हैं। साहिबगंज के मनिहारी में गंगा नदी में मालवाहक जहाज हादसे लापता चालक-खलासियों में एक गोड्डा जिले के महागामा थाना क्षेत्र के अशोता गांव का है। वह हाइवा चालक मो परवेज है। परवेज के स्वजन हादसे के बाद किसी अनहोनी को लेकर चिंतित हैं। झारखंड विधानसभा में हंगामा के बाद विधायी मामलों के मंत्री आमलगीर आलम ने कहा कि अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। जहाज खराब था। रिपेयर हो रहा था। दुर्घटना बिहार की सीमा में हुई है। जांच कराई जाएगी।