कोयंबटूर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कोयंबटूर में अपने रोड शो के समापन पर 1998 के कोयंबटूर सिलसिलेवार बम विस्फोटों के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी. बता दें कि 1998 में हुए विस्फोट में 58 लोगों की जान चली गई थी और 250 लोग घायल हो गए थे, जब 14 और 17 फरवरी 1998 के बीच तमिलनाडु के कोयंबटूर शहर में 19 बम विस्फोट हुए थे. समय विलंब तंत्र के साथ तात्कालिक विस्फोटक उपकरण कारों, दो-पहिया वाहन, परित्यक्त बैग, धक्का गाड़ियाँ, चाय के डिब्बे, इत्यादि में रखे गए थे. घटना के बाद तमिलनाडु सरकार ने ‘उम्मा’ संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके संस्थापक बाशा इस घटना का मास्टरमाइंड था.
मद्रास उच्च न्यायालय ने ट्रायल कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए गए लोगों द्वारा दायर अपील पर दिसंबर 2009 में अपने फैसले में कहा था कि 14 फरवरी 1998 अकल्पनीय आतंक और भयावहता का दिन था क्योंकि कोयंबटूर शहर में लगातार बम विस्फोट हो रहे थे. मामले के 166 आरोपियों में से ट्रायल कोर्ट ने अगस्त 2007 में 69 लोगों को विभिन्न अपराधों के लिए दोषी ठहराया था.
इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के चुनाव अभियान के तहत सोमवार को तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक रोड शो किया. रोड शो के दौरान तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई और केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन भी उनके साथ थे. रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री की एक झलक पाने के लिए इलाके में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए. पीएम मोदी इस साल लोकसभा चुनाव से पहले तमिलनाडु के पांच दौरा कर चुके हैं. बता दें कि राज्य की सभी 39 लोकसभा सीटों पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा.
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