श्रीनगर: अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद कश्मीर की अपनी पहली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6,400 करोड़ रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं का अनावरण किया. साथ ही एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित किया. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में कृषि-अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए लगभग 5000 करोड़ रुपए का कार्यक्रम राष्ट्र को समर्पित किया. प्रधानमंत्री ने ‘स्वदेश दर्शन’ और ‘प्रशाद’ (तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, विरासत संवर्धन अभियान) योजनाओं के तहत 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की पर्यटन क्षेत्र से संबंधित राष्ट्रव्यापी परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया. आखिरी बार प्रधानमंत्री पांच साल पहले फरवरी 2019 में 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कश्मीर घाटी पहुंचे थे.

धारा 370 के वजह से वंचित रह जाते थे जम्मू कश्मीर के लोग 

श्रीनगर में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए धारा 370 पर पीएम मोदी ने कहा कि एक युग था जब देश के अन्य हिस्सों में लागू होने वाला कानून जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं होता था. एक युग था जब गरीबों के कल्याण की योजनाएं पूरे देश में लागू होती थीं, लेकिन जम्मू-कश्मीर के हमारे भाई-बहन लाभ से वंचित थे. और अब देखिए, समय कैसे बदल गया है. उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर के लोग अब इस सच्चाई से अवगत हैं कि धारा 370 से जम्मू-कश्मीर को फायदा हुआ या केवल कुछ परिवारों ने इसका फायदा उठाया. जम्मू-कश्मीर की प्रतिभा को आज उचित सम्मान मिल रहा है क्योंकि वहां अब धारा 370 नहीं है.

जेके वंशवादी राजनीति का सबसे बड़ा शिकार रहा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सरकार के प्रयासों का परिणाम है कि जेके बैंक, जो दिवालिया होने के करीब था, आज 1700 करोड़ रुपये के मुनाफे में है. पीएम ने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर बैंक को बचाने के लिए सुधार किए और भर्तियों/नियुक्तियों में अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की. पीएम ने कहा कि आजादी के बाद से जेके वंशवादी राजनीति का सबसे बड़ा शिकार रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अनुच्छेद 370 पर न केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों को बल्कि पूरे देश को गुमराह कर रही है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है.

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