नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा की है. AAP की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी दिल्ली चुनाव अकेले लड़ेगी. उन्होंने कहा, “एक तरफ ओवर कॉन्फिडेंट कांग्रेस है, तो दूसरी तरफ अहंकारी भाजपा है. हमने पिछले 10 सालों में दिल्ली में जो किया है, उसी आधार पर हम चुनाव लड़ेंगे.”
हरियाणा चुनाव में भी दोनों रहे अलग
हरियाणा चुनाव से पहले यह अटकलें थीं कि कांग्रेस और AAP मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन अंततः दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा. बताया गया कि सीट शेयरिंग को लेकर सहमति न बनने के कारण दोनों दलों के बीच गठबंधन नहीं हो सका, जिसके परिणामस्वरूप भाजपा ने तीसरी बार चुनाव जीतने में सफलता प्राप्त की.
संजय राऊत ने भी कांग्रेस को कोसा
हरियाणा के चुनाव परिणामों के मद्देनजर, कई विपक्षी दलों ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. शिवसेना नेता संजय राऊत ने कहा कि कांग्रेस ओवर कॉन्फिडेंट हो गई थी और उन्हें गठबंधन साझेदारों को शामिल करना चाहिए था. उन्होंने कहा, “भाजपा ने बेहतरीन चुनाव लड़ा और हारी हुई बाजी जीत ली. कश्मीर में भी इसलिए जीते क्योंकि वहां INDIA गठबंधन ने मिलकर चुनाव लड़ा.” इस तरह, हरियाणा की हार ने AAP और अन्य विपक्षी दलों को कांग्रेस पर सवाल उठाने का अवसर प्रदान किया है, और दिल्ली चुनाव के लिए उनकी रणनीतियों को प्रभावित किया है.
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