रांची : राजधानी के कांके डैम के पास 8 साल पहले अर्बन हाट की नींव रखी गई थी. जिसका उद्देश्य यह था कि बाहरी दुकानदारों को एक बेहतर प्लेटफार्म मिल सके. वहीं सालों भर अलग-अलग राज्यों के लोग आकर यहां कारोबार कर सके. लेकिन 8 सालों में 10 करोड़ फूंकने के बाद भी अर्बन हाट अधूरा है. अब इसे पूरा करने के लिए रांची नगर निगम ने दूसरी बार टेंडर निकाला है. जिसमें 10 करोड़ 62 लाख रुपए खर्च कर अधूरे कामों को पूरा किया जाना है. बता दें कि इससे पहले भी नगर निगम ने टेंडर निकाला था. जिसमें कोई एजेंसी फाइनल नहीं हो सकी.
17 करोड़ रुपए था बजट
भाजपा की रघुवर दास की सरकार के समय इस ड्रीम प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी. 30 अगस्त 2016 से इसका निर्माण कार्य भी शुरू हो गया था. तब इसका बजट 17 करोड़ रुपये तय किया गया था. आज इस निर्माण में 10 करोड़ से अधिक राशि खर्च करने के बाद भी यह अधूरा पड़ा है. अब इसके लिए 10,62,86,028 रुपए खर्च कर अधूरे कार्यों को पूरा करना है. इसके लिए चयनित एजेंसी को एक साल में काम पूरा करना होगा.
रोजगार से जोड़ना है उद्देश्य
लोकल लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से इस हाट का निर्माण कार्य शुरू किया गया था. बीच में ही इसका काम बंद हो गया. बाद में इस स्थान पर अर्बन हाट की जगह अलग-अलग प्रोजेक्ट जैसे स्किल डेवलपमेंट सेंटर, गर्ल्स हॉस्टल बनाने पर भी विचार हुआ. लेकिन कोई योजना धरातल पर नहीं उतरी. जबकि लोगों को उम्मीद थी कि व्यवसायियों को एक बड़ा मार्केट मिलेगा. जिसमें ट्रेनिंग सेंटर से लेकर व्यावसायिक गतिविधियां भी होंगी.अ र्बन हाट बनाने के पीछे की सोच यह थी कि यहां देशभर के शिल्पकार दुकान लगाएंगे और स्थानीय शिल्पकारों को भी अपना उत्पाद बेचने के लिए बाजार मिलेगा.