नई दिल्ली/लाहौर : आजकल बीते कुछ दिन से प्यार को पाने के लिए महिलाएं सरहद को नाप रहीं हैं। अगर पाकिस्तान की रहने वाली सीमा हैदर की बात करें तो उसे पबजी खेलते हुए नोएडा के रहने वाले सचिन से प्यार हो गया और वो अपने बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते भारत पहुंच गईं। पिछले सप्ताह पौलेंड की रहने वाली महिला अपने प्यार को पाने के लिए भारत पहुंची। उसके बाद वो अपने प्रेमी से मिलने के लिए झारखंड के हजारीबाग पहुंच गई। अब भारत की रहने वाली 35 वर्षीय अंजू ने भी अपने दो बच्चों को छोड़ पाकिस्तान पहुंच गईं हैं।
अंजू और नसरुल्ला की लव स्टोरी बनी सुर्खियां
भारत की अंजू और पाकिस्तान के नसरुल्ला की लव स्टोरी अब सुर्खियां बन रही है। सीमा हैदर की तरह ही ऑनलाइन मिले प्यार को हासिल करने के लिए अंजू पाकिस्तान पहुंच गई। उसे यहां के खैबर पख्तूनख्वां के रहले वाले नसरुल्ला से प्यार हो गया था। नसरुल्लाह खैबर के अपर दीर में का रहने वाला है। पाकिस्तान की सरकार अब इस मामले की जांच में जुट गई है। 35 साल की अंजू और 29 साल के नसरुल्ला के बीच चार साल पहले फेसबुक पर लवस्टोरी की शुरुआत हुई थी। अंजू शादीशुदा है और इसके बाद भी नई दिल्ली से अपने प्रेमी से मिलने के लिए सीधा खैबर पहुंच गई थी।
मीडिया को नहीं मिलने की मंजूरी
नसरुल्ला के कुछ रिश्तेदारों ने पाकिस्तान के आज न्यूज को बताया है अंजू भारत में एक विवाहित महिला है। वह एक आजाद जीवन जी रही थी और वहां नौकरी करती है। उनका दावा है कि वह शादी के मकसद से पाकिस्तान नहीं आई हैं बल्कि सिर्फ खैबर के दर्शनीय स्थलों को देखने यहां आई थी। रविवार को जब इनकी लवस्टोरी पहली बार सामने आई तो खैबर के पत्रकारों को अंजू से मिलने की मंजूरी नहीं दी गई। उन्हें बताया गया कि अंजू और नसरुल्ला बाहर गये हैं। नसरुल्ला ने बाद में बीबीसी उर्दू को बताया कि वो दोनों अपने जीवन को लेकर मीडिया में प्रचार नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि वे अंजू की अगली पाकिस्तान यात्रा पर शादी करेंगे।
दो से तीन दिनों में सगाई
नसरुल्ला ने कहा, ‘अगले दो से तीन दिनों में अंजू और मैं औपचारिक रूप से सगाई कर लेंगे। फिर दस से बारह दिनों के बाद वह भारत वापस चली जाएगी और फिर शादी के लिए आएगी। यह मेरी और अंजू की निजी जिंदगी है। हम नहीं चाहते कि इसमें हस्तक्षेप हो। हम मीडिया से दूर रहने की कोशिश कर रहे हैं। खैबर पख्तूनख्वा का अपर दीर एक रूढ़िवादी क्षेत्र है जो अफगानिस्तान की सीमा पर है। अंजू प्रसाद उत्तर प्रदेश से हैं और नहीं चाहतीं कि उनकी जानकारी, विशेषकर जिस कंपनी में वह काम करती हैं उसका नाम न्यूजपेपर्स में आए।
अंजू को परिवार का पूरा समर्थन
वह अपने देश वापस आकर अपना काम फिर से शुरू करना चाहती है। नसरुल्ला ने कहा कि वीजा प्रक्रिया पूरी करने में अंजू को दो साल लग गए। उन्होंने फैसला किया कि शादी के बारे में आखिरी फैसला लेने से पहले अंजू पहले पाकिस्तान में अपने परिवार से मिलेंगी। अंजू की पाकिस्तान यात्रा का उनका परिवार पूरे दिल से समर्थन कर रहा है। न केवल परिवार को बल्कि अंजू को भारतीय और पाकिस्तानी अधिकारियों को भी यह भरोसा दिलाना पड़ा कि उन्हें मिलने का पूरा अधिकार है।
क्या इस्लाम कबूल करेगी अंजू?
अंजू ने दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग का दौरा किया और नसरुल्ला ने इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश और आंतरिक मंत्रालयों के कार्यालयों का दौरा किया। नसरुल्लाह कहते हैं कि उनकी कहानी में धर्म कोई वजह नहीं है। उन्होंने बीबीसी उर्दू को बताया कि अंजू इस्लाम अपनाती है या नहीं, यह उसका अकेले का निर्णय होगा और वह उस निर्णय का सम्मान करेगा। स्थानीय लोगों ने अपर दीर में अंजू को लेकर लोगों के विचार सकारात्मक हैं। नसरुल्ला का कहना है कि वह पख्तूनों की मेहमान और बहू है।