नई दिल्ली : बांग्लादेश में आरक्षण और हिंसक का प्रदर्शन होने के बाद पूरा मामला पलट गया जिसके बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया और भारत आ गई..जो भारत के लिए चिंता का विषय बन गया..भारत पहुचतें ही उनसे सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मुलाकात की। एक रिपोर्ट क मुताबिक उन्होंने ब्रिटिश सरकार से शरण की मांग की है और जब तक उन्हे वहा शरण नहीं मिलती तब तक उन्हे भारत मे ही कड़ी सुरक्षा के अंतगर्त रखा जाएगा..
आखिर क्या है भारत की चिंता का विषय
सूत्रों के मुताबिक दोनों देशों के रिश्ते बहुत ही दोस्ताना थे. बांग्लादेश में तख्तापलट सिर्फ शेख हसीना के लिए ही नहीं बल्कि भारत के लिए भी चिंता का विषय बन गया है.. भारत-बांग्लादेश सीमा दुनिया के खतरनाक और पाँचवा सबसे बड़े बॉर्डरों में शामिल है..बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा भारत के लिए चिंताजनक का सबब बन गया है.. यह बॉर्डर भारत के पांच राज्यों बंगाल, असम, मिजोरम, मेघालय और त्रिपुरा से जुड़ा है.. जिसकी वजह से अब एक बार फिर से भारत मे घुसपैठ, आतंकी गतिविधियों, अवैध तस्करी समेत तमाम तरह का खतरा बढ़ गया है.. हालाकी बांग्लादेश में पैदा हुए हालात के बाद BSF और भी ज्यादा अलर्ट हो गई है..
छात्रों से मिलेंगे सेना प्रमुख
सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश के सेना प्रमुख आज छात्र प्रदर्शनकारी नेताओं से मुलाकात करेंगे. उन्ही छात्र आंदोलन के प्रमुख संगठनकर्ता में से एक नाहिद इस्लाम ने तीन अन्य आयोजकों के साथ कल फेसबुक एक वीडियो जारी कर कहा था, “हमने जिस सरकार की सिफारिश की है, उसके अलावा कोई भी सरकार स्वीकार नहीं की जाएगी. हम किसी भी सेना समर्थित या सेना के नेतृत्व वाली सरकार को स्वीकार नहीं करेंगे.”