रांची। दलादली चौक के पास आदिवासी नेता सुभाष मुंडा की हत्या के बाद आक्रोशित भीड़ देर रात तक बवाल काटा। पूरे इलाका में फैले तनाव के माहौल को पुलिस ने नियंत्रण कर लिया है। दलादली चौक समेत आसपास इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। रिंग रोड पर आवागमन पहले की तरह सुचारू रूप से चल रही है। रैफ के अलावा जिला की पुलिस संवेदनशील इलाके में लगातार भ्रमणसील है। वहीं, पुलिस टीम लगातार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। एसएसपी किशोर कौशल की क्यूआरटी समेत कई थाना प्रभारी को लगाया गया है।
मालूम हो कि बीते देर रात रांची रेंज के डीआईजी अनूप बिरथरे, एसएसपी किशोर कौशल ने घटना के बाद आक्रोशित लोगों को बहुत समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई शांत होने को तैयार नहीं। घंटो मशक्कत के बाद स्थानीय लोग शांत हुए और सुभाष मुंडा के बॉडी को बीच सड़क से हटाया है।
देर रात हुआ सुभाष मुंडा के बॉडी का पोस्टमार्टम
हत्या के बाद आक्रोशित लोगों की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने देर रात ही सुभाष मुंडा के बॉडी का रिम्स में पोस्टमार्टम करवाया है। गुरुवार को सुभाष मुंडा के बॉडी का अंतिम संस्कार होना है। इससे पूर्व पुलिस को कई घंटों तक बॉडी हटाने को लेकर मशक्कत करनी पड़ी।
बाइक सवार दो युवकों ने मारी अंधाधुंध गोली, फरार
बताया जाता है कि आदिवासी नेता सुभाष मुंडा पांच-छह लोगों के साथ अपने कार्यालय में बैठकर बातचीत कर रहा था। अचानक बाइक सवार दो युवक कार्यालय में घुसे और सुभाष मुंडा पर अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दिए। आसपास बैठे लोग इधर-उधर भागने लगे। इसी बीच बाइक सवार अपराधी भी मौके से भाग गए। फिर स्थानीय लोगों ने सुभाष मुंडा को इलाज के लिए रिंची अस्पताल ले गए। जहाँ डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद आक्रोश में भीड़ ने रिंग रोड में तांडव फैलाना शुरू कर दिया। शराब दुकान, सड़क किनारे लगे दुकानों में आग लगा दी। दलादली चौक पर पूरी तरह से आवागमन रोक दिया गया। आने-जाने वाले वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। जिसके बाद देर रात तक पुलिस ने घंटों मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रण में किया है।