रांची. झारखंड की राजधानी में अपहरण के बाद बच्ची को बेचने का एक सनसनीखेज़ मामला सामने आया. 6 वर्षीय इस बच्ची को अगवा करना इसलिए बहुत आसान था क्योंकि यह बच्ची और इसकी मां भीख मांगती थीं. इस मामले में जब पुलिस ने दो युवतियों को गिरफ्तार किया तो एक चौंकाने वाली कहानी इस तरह सामने आई कि अगवा की गई बच्ची को उस महिला को बेचा गया, जो बेंगलूरु चली गई. सौदा कैसे और कितने में हुआ? पूरी कहानी. पुलिस ने मासूम बच्ची को बरामद कर लिया है और अब खरीदार से भी पूछताछ जारी है.

सीसीटीवी से खुली गुत्थी
यह मामला 17 जुलाई का है जब बच्ची को रांची के सदर इलाके के बूटी मोड़ से 2 युवतियों ने उठाया था. भीख मांगने वाली मां के साथ बच्ची ओरमांझी से बूटी मोड़ आई थी, जहां से उसे अगवा किया गया. बच्ची के गुम जाने की शिकायत लेकर उसकी मां सदर थाने पहुंची. पूछताछ के बाद मामले में सदर थाने की पुलिस ने पड़ताल शुरू की. घटनास्थल पर पूछताछ से तो ज़्यादा जानकारी नहीं मिली लेकिन सीसीटीवी के जो फुटेज मिले, उनसे पुलिस को बहुत मदद मिली.

40 हज़ार में बेची गई बच्ची
फुटेज में पुलिस ने देखा कि बच्ची को दो युवतियां ऑटो में बिठाकर ले गई थीं. पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर ऑटो की तलाश कर ड्राइवर से पूछताछ की. यहां से दोनों युवतियों का पता लगना शुरू हुआ और पुलिस ने दोनों को धर दबोचा. इसके बाद दोनों से पूछताछ में बड़ा खुलासा यह हुआ कि दोनों ने बच्ची को महज़ 40 हज़ार रुपए के लिए बेच दिया था. और जिस महिला को बेचा गया था, वह बेंगलूरु जा चुकी थी.

क्यों किया गया बच्ची का सौदा?
दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि बच्ची का सौदा जिस महिला के साथ किया गया, वह नि:संतान थी. इस बयान के बाद पुलिस ने बेंगलूरु जाकर बच्ची को भी बरामद किया. खुलासा हुआ कि जिस महिला को बच्ची दी गई, उसे यह बताया गया कि बच्ची अनाथ और बेसहारा थी. बच्ची की खरीदार महिला बेबी देवी ने पुलिस को बताया कि दोनों युवतियां रांची में उसकी पड़ोसी रहीं इसलिए उनसे बच्ची लेना उसे ठीक लगा और यह भी कि उसे बच्चे को गोद लेने के नियमों की जानकारी नहीं थी. बहरहाल, इस मामले में पुलिस आरोपियों व खरीदार महिला के बयानों की सच्चाई जानने के लिए खोजबीन कर रही है.

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