Joharlive Team

रांची। राजधानी में कोरोना पॉजिटिव महिला मरीज मिलने के बाद बुधवार को पुलिस सख्ती से लॉक डाउन का पालन करवा रही है। सड़कों पर निकलने वाले लोगों से सख्ती से पूछताछ की जा रही है। बिना कारण घर से निकलने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई भी शुरू कर रही है।

डीआईजी अमोल वी होमकर और एसएसपी अनीश गुप्ता सुबह से ही सड़कों पर घूम घूम कर लॉक डाउन का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दे रहे हैं। बिना मतलब के सड़क पर घूमने वालों पर कार्रवाई के आदेश दे रहे हैं। अधिकतर सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।

सब्जी मंडियों में भी कुछ लोग सब्जी खरीदने गए इसके बाद पुलिस वहां एलाउंसमेंट करते हुए पहुंची लोग वहां से अपने-अपने घरों के लिये निकल गए। सभी चौक चौराहों को बैरिकेडिंग कर दी गई है ।हर आने जाने वाले लोगों से बाहर निकलने का कारण पूछा जा रहा है। वहीं हिन्दपीढ़ी इलाके में चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात हैं ।वहां देर रात कर्फ्यू लगा दिया गया है।

जिस घर में कोरोना पॉजिटिव महिला मिली है, वहां से 3 किलोमीटर के दायरे को सैनिटाइज किया जा रहा है। वहां के हर व्यक्ति को 28 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा ।बफर जोन में किसी भी बाहरी व्यक्ति का आना जाना प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही जहां से भी वह महिला गुजरी है। उसके 7 किलोमीटर एरिया को सैनिटाइज किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि देश में 30 जनवरी को कोरोना वायरस संक्रमण का पहला केस मिलने के 60 दिन बाद मंगलवार को झारखंड में भी पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है।

रांची के हिंदीपीढ़ी इलाके की दो मस्जिदों से पकड़े गए 17 विदेशी नागरिकों समेत 22 लोगों में शामिल एक मुस्लिम युवती में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि मंगलवार को हुई। इसके बाद पूरे इलाके में सख्ती से लॉक डाउन का पालन भी कराया जा रहा है। एसएसपी ने बताया पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। सोशल मीडिया के अफवाहों पर ना जाएं औऱ अफवाह फैलाने वालो पर कार्रवाई होगी ।

एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि वायरस के संक्रमण से रोकथाम सामाजिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वायरस का संक्रमण जाति, धर्म, लिंग देख कर नहीं आता। जो लोग सोशल मीडिया पर अफवाह फैला रहे हैं, सामाजिक कटुता फैला रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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