रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को प्रभात तारा मैदान में राज्य के युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटा. सीएम ने हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार व्यापारियों की सरकार है. चाणक्य का नाम लेते हुए सीएम ने कहा कि उन्होंने कहा था- ‘जिस देश का राजा व्यापारी होगा, उस देश की जनता भिखारी होगी.’ ये बातें उन्होंने 1500 स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए कही. साथ ही कहा कि नियुक्ति पत्र पाकर शिक्षकों के चेहरे खिल उठे. सीएम ने कहा कि आज जिन्हें नियुक्ति पत्र दिया गया, वे लंबे समय से इंतजार कर रहे थे. आज हमने 1500 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया. लेकिन युवाओं को नौकरी देने का काम हम पहले से करते आ रहे हैं. हमारी सरकार ने अब 20 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया है.
हर क्षेत्र का निजीकरण
हेमंत सोरेन ने अपने कार्यकाल में आए कोरोना के भयावह दृश्य को याद करते हुए कहा कि कैसे पूरी व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई थी. लेकिन हमने हिम्मत के साथ राज्य को संभाला और दूसरे राज्यों की भी मदद की. झारखंड ने दूसरे राज्यों को ऑक्सीजन पहुंचाने का काम किया है. विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जब कोरोना कम हुआ तो विरोधियों ने अपनी हरकतें शुरू कर दीं. झारखंड की पूर्व भाजपा सरकार के साथ केंद्र की भाजपा सरकार पर कहा कि केंद्र सरकार व्यवसायियों की सरकार बन गयी है. वह हर क्षेत्र का निजीकरण कर रही है. यहीं वजह है कि देश में नौकरियों की कमी है.
एचइसी की दुर्दशा के लिए केंद्र जिम्मेवार
झारखंड के एचईसी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एचईसी की दुर्दशा केंद्र सरकार के कारण है. कभी यहां 20-25 हजार मजदूर काम करते थे, आज यहां बमुश्किल 10-11 हजार मजदूर हैं. उन्हें वेतन भी नहीं मिलता है. इस उद्योग को बचाने का काम राज्य सरकार का नहीं, बल्कि केंद्र सरकार का काम है. हमारी सरकार में कई शिक्षण संस्थान खुले और नए संस्थान खोलने का काम जारी रहेगा. हम राज्य को बेहतरीन शिक्षक दे रहे हैं, जो आने वाली बेहतरीन पीढ़ी तैयार करेंगे. छात्रावासों की स्थिति बदली है. वहां रहने वालों को घर से खाना लाने की जरूरत नहीं है, राज्य सरकार उन्हें मुफ्त भोजन उपलब्ध करा रही है. यह पहला राज्य है जहां आदिवासी छात्र 100 प्रतिशत छात्रवृत्ति के साथ विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं. हमें शिक्षा के क्षेत्र में अभी और विकास करना है.
ये रहे मौजूद
मंच पर विशिष्ट अतिथि के रूप में रामेश्वर उरांव (वित्त, योजना एवं विकास, वाणिज्य, कर एवं संसदीय कार्य विभाग), मंत्री सत्यानंद भोक्ता (श्रम नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग), मंत्री वैद्यनाथ राम (स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग सह उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग) उपस्थित थे.