गिरिडीह: ब्याह रचाने शादी के मंडप में बैठे दूल्हे के सारे अरमान पानी में बह गए. खुशी का माहौल चंद घंटों में बदल गया. इतना ही नहीं, एक नाबालिग की जिंदगी को भी बचाया गया है. यह पूरा कारनामा गिरिडीह पुलिस ने किया है. पुलिस ने आरोपी दूल्हा योगेश कुमार समेत सात लोगों को पकड़ कर जेल भेजा हैं. इसमें दूल्हा का भाई मुकेश कुमार और सोरेन कुमार शामिल है. इसके अलावा बिचौलिया गणेश राम और लड़की के पिता सुनील ठाकुर, मां मीना देवी और चाची किरण देवी शामिल है. सभी की सोची समझी साजिश को नाकाम कर गिरिडीह पुलिस आज चर्चाओं में है. इधर, गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा ने जोहार लाइव से बातचीत में कहा कि सूचना मिलने में थोड़ी देर होता तो सभी आरोपी अपने मकसद में कामयाब हो जाते. जिला में आम जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर बाल विवाह से संबंधित कोई भी सूचना होने पर तुरंत संबंधित थाना या फिर कंट्रोल रुम को जानकारी दें.
जांच में नबालिग की हुई पुष्टि
पुलिस जांच में स्पष्ट हुआ कि जबरन ब्याह कर रही नाबालिग की उम्र अभी 18 भी नहीं हुआ है. पुलिस को स्कूल से पूरे सर्टिफिकेट की जांच के बाद यह पता चला. इसके बाद अनुसंधानकर्ता ने पूरे मामले की जानकारी गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा को दी. फिर एसपी के निर्देश पर एएचटीयू थाना में आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की गयी.
क्या है मामला
नाबालिग संग ब्याह रचाने उत्तर प्रदेश से झारखंड आया दूल्हा मंदिर में शादी कर रहा था. इसी बीच मुफ्फसिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान को सूचना मिली. फिर थाना प्रभारी ने मामले की जानकारी वरीय पदाधिकारी को देते हुए कार्रवाई की और मंदिर से सभी को पूछताछ के लिए थाना उठाकर लाया. फिर जांच के दौरान पूरे मामले का खुलासा हुआ और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया हैं.
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