बोकारो। बोकारो जिला के सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र के क्षेत्रीय असैनिक विभाग के क्षेत्रीय असैनिक पदाधिकारी कार्यालय के टेबल पर नरमुंड मानव कंकाल रखे जाने का मामला प्रकाश में आया है। इन दिनों खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं इस संदर्भ में क्षेत्रीय असैनिक पदाधिकारी रंजन कुमार प्रधान से पुछे जाने पर उन्होंने बताया की यह मेरी निजी आस्था का विषय है। मैं इस पर शोध करने के साथ साथ इस विषय पर एक किताब भी लिख रहा हूं। लेकिन इस संदर्भ में उन्होंने ऑन रिकॉर्ड कैमरे के सामने कुछ भी बताने से इंकार किया।
सूत्रों के अनुसार क्षेत्रीय असैनिक पदाधिकारी रंजन कुमार प्रधान पिछले लगभग 2 वर्षों से इस क्षेत्र में जमे हुए है। वह अपने कार्यालय में नर कंकाल, चूड़ी, सिंदूर, इंसानी खोपड़ी, हाथ कि हड्डी अपने कार्यालय मे रखते है। किसी से सीधे बात नहीं करते।इतना ही नहीं इस मामले की जानकारी श्रमिक नेता बैरिस्टर सिंह के द्वारा सीसीएल मुख्यालय के आलाधिकारियों को भी दिया गया था। लेकिन इस मामले में उनके द्वारा कोई भी कार्यवाही अभी तक नहीं की गई है। अब सवाल यह उठता है कि कोई सरकारी पदाधिकारी अपने सार्वजनिक कार्यालय में नरमुंड मानव कंकाल रख कर अपनी निजी आस्था का प्रर्दशन सार्वजनिक रूप से करना कहां तक जायज है। किनके आदेश से यह कार्य किया जा रहा है। सीसीएल मुख्यालय के आलाधिकारी को जानकारी के बाद आखिर उच्च पदाधिकारी इस संदर्भ में मौन क्यों हैं?
साथ ही एक सवाल और उठता है कि ये कंकाल किसका है और ये अधिकारी उक्त मानव कंकाल को लाए कहां से और ये अधिकारी ये अपनी आस्था को पूरा करने के लिए कोई अनैतिक ढंग से कंकाल मंगवाए हैं