नई दिल्ली: कर्नाटक के बेल्लारी जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक बेटे ने अपनी मां का अंतिम संस्कार कर दिया था, लेकिन 25 साल बाद वह जानता है कि उसकी मां जिंदा है. यह मामला एक महिला सकम्मा से जुड़ा हुआ है, जो 25 साल पहले अपने घर से लापता हो गई थी और उसके बाद उसे मृत मान लिया गया था. सकम्मा की मानसिक स्थिति कमजोर थी और वह घर छोड़कर कहीं चली गई थी. इसके बाद परिवार ने उसे मृत मानकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया. हालांकि, सकम्मा हिमाचल प्रदेश में लावारिस हालत में मिली, जहां उसे 2018 में भंगरोटू वृद्ध आश्रम में भेजा गया.
वहां के अधिकारियों ने जब सकम्मा से बात की, तो पता चला कि वह कर्नाटक की रहने वाली है. इसके बाद, कर्नाटक सरकार ने सकम्मा के परिवार से संपर्क किया और 25 साल बाद उसे उसके बच्चों से मिलवाने का प्रयास किया. सकम्मा के बच्चों ने उसे पहचान लिया और एयरपोर्ट पर उसे देख कर खुशी के आंसू बहाए. अब सकम्मा नानी और दादी भी बन चुकी है.