रांची: राज्य सरकार की पहल पर रांची नगर निगम ने शहर में तीन जगहों पर 3 करोड़ की लागत से तीन एरोबिक बायो टॉयलेट्स का निर्माण कराया है. जिसका उद्घाटन मंगलवार 9 जनवरी को लोकसभा सांसद संजय सेठ, राज्यसभा सांसद महुआ माजी और विधायक रांची सीपी सिंह ने किया. ये टॉयलेट मोरहाबादी स्थित निबंधन कार्यालय के समीप, अटल स्मृति वेंडर मार्केट के समीप और आईटीआई बस स्टैंड में बनाए गए है. जल्द ही एक और एरोबिक बायो टॉयलेट का निर्माण बिरसा मुंडा बस टर्मिनल खादगढ़ा बस स्टैंड में कराया जाएगा. इस टॉयलेट की खासियत यह है कि इससे पॉल्यूशन नहीं होता और वेस्ट मैटेरियल को केमिकल डालकर पानी में तब्दील किया जा सकता है.

किसमें क्या है सुविधा

बता दें मोरहाबादी स्थित रजिस्ट्री ऑफिस के समीप एरोबिक बायो टॉयलेट में छह पुरुष और दो महिला टॉयलेट की सुविधा है. इसी प्रकार आईटीआई बस स्टैंड और अटल वेंडर मार्केट के समीप निर्मित टॉयलेट में चार पुरुष व दो महिला टॉयलेट की सुविधा दी गई है. एरोबिक बायो टॉयलेट दुर्गन्ध रहित व मीथेन गैस रहित है. इसमें कुछ ही समय में मल-मूत्र पानी में तब्दील हो जाएगा. इस तरह के बायो टॉयलेट में सीवरेज लाइन या टंकी की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है. इस टॉयलेट की खासियत यह है कि इससे पॉल्यूशन नहीं होता. टॉयलेट के नीचे बायो डाइजेस्टर कंटेनर लगा होता है, जिसमें एनएरोविक बैक्टीरिया होता है. यह बैक्टीरिया मल को पानी और गैस में बदल देता है. पूरी प्रक्रिया के बाद सिर्फ मिथेन गैस और पानी ही रह जाता है. जिसे रीसाइक्लिंग कर शौचालय या बागवानी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे दुर्गंध भी नहीं आती और सदैव स्वच्छ भी रहता है. बायो टॉयलेट में यूरिन को स्टोर करने के लिए टैंक लगाए गए हैं. इसमें केमिकल डालकर यूरिन को पानी में कन्वर्ट कर दिया जाएगा.

ये रहे मौजूद

उप प्रशासक रजनीश कुमार, मुख्य अभियंता रमा शंकर राम, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता के साथ अन्य मौजूद थे.

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