रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आज खास दौरा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नक्सलियों के गढ़ में जनसभा को संबोधित करेंगे। सीएम हेलिकॉप्टर से बूढ़ा पहाड़ के बूढ़ा गांव में उतरेगे। इस दौरान राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी और सीआरपीएफ के टॉप अधिकारी भी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद होंगे। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर तैयारी जोरों पर है।
नक्सली कर सकते हैं आत्मसमर्पण
सीएम के आगमन को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बूढ़ा पहाड़ के इलाके में सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है। जबकि पूरे इलाके में हेलिकॉप्टर और ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है। सीएम बूढ़ा पहाड़ पहुंचने के बाद इलाके के नक्सल मुक्त होने की घोषणा करेगे। यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण है। खबर यह भी है कि इस दौरान कई माओवादी भी आत्मसमर्पण कर सकते हैं।
बूढ़ा पहाड़ के लिए कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री इस दौराान ग्रामीणों से मुलाकात करेंगे। हेमंत सोरेन यहां से कोई बड़ा ऐलान भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगभग तीन घंटे इन इलाकों में रुकेंगे। इस दौरान सीएम इलाके के लिए कई विकास योजनाओं की घोषणा करेंगे। बूढ़ा पहाड़ के लिए विशेष तौर पर डाकिया योजना की शुरुआत की जा रही है।
मुख्यमंत्री सुनेंगे लोगों की समस्या
इस इलाके की दूसरी समस्याओं पर भी मुख्यमंत्री कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं। मुख्यमंत्री यहां के ग्रामीणों से भी उनकी समस्या जानने की कोशिश करेंगे। इस पहाड़ में अब भी कई ऐसे गांव हैं जहां झंडोत्तोलन नहीं किया जाता है। मुख्यमंत्री ग्रामीणों के मन से डर खत्म करना चाहते हैं। पूरे इलाके का लातेहार गढ़वा जिला प्रशासन ने सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षण भी किया है। बूढ़ा पहाड़ के इलाके में एक दर्जन के करीब गांव मौजूद हैं जिनमें 350 से भी अधिक परिवार हैं।
कई कैंप ध्वस्त अब भी जारी है अभियान
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की इस यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गये हैं। हाई अलर्ट जारी किया गया।। कार्यक्रम स्थल पर कई स्तरों पर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कोबरा और सीआरपीएफ ने पूरे इलाके की सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली है।बूढ़ा पहाड़ पर सितंबर महीने से माओवादियों के खिलाफ अभियान ऑक्टोपस शुरू किया गया था। मुख्यमंत्री अपनी मौजूदगी के साथ ही ऐलान कर देंगे कि यह इलाका अब पूरी तरह से नक्सल मुक्त है। बूढ़ा पहाड़ पर सुरक्षाबलों ने आधा दर्जन के करीब अपने कैंपों को स्थापित किया है। इन कैंप में कोबरा, सीआरपीएफ, जगुआर के जवानों को तैनात किया गया है। इलाके से अब तक सुरक्षाबलों ने 2500 से अधिक लैंड माइंस बरामद किए हैं और आधा दर्जन से अधिक बंकरों को ध्वस्त किया गया है। कई इलाकों में सुरक्षा बल अब भी सर्च अभियान चला रही है।