बड़कागांव (हजारीबाग) : टीबी को भारत से 2025 में खत्म करने की योजना है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ अदाणी फाउंडेशन भी कदम से कदम मिलाकर चल रहा है. वहीं मरीजों को बेहतर आहार मिले इसमें सहयोग कर रहा है. गोंदलपुरा खनन परियोजना के तहत अदाणी फॉउंडेशन ने गोद लिए 70 नए टीबी मरीजों के बीच चौथे चरण का पोषण किट वितरित किया. बड़कागांव स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में शनिवार को मरीजों को पोषण किट प्रदान किया गया. ‘प्रधानमंत्री निक्षय पोषण योजना’ के तहत पोषक आहार किट पाकर टीबी मरीज उत्साहित नजर आए.
टीबी के प्रति जागरूकता जरूरी
बड़कागांव के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अविनाश कुमार ने कहा कि अदाणी फॉउंडेशन लगातार टीबी के मरीजों के लिए पोषण किट मुहैया करा रहा है. इसकी जितनी तारीफ की जाए वह कम है. उन्होंने मरीजों से पोषण आहार के सेवन की अपील की. साथ ही कहा कि टीबी के प्रति जागरूकता बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि पोषण युक्त भोजन करने से यह बीमारी जल्द ठीक हो जाती है. इसलिए पोषण युक्त आहार लेना मरीज के लिए बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति में लक्षण मिले तो टीबी की जांच तुरंत करवाए. टीबी का इलाज है, इसलिए इसे छिपाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. देश को टीबी मुक्त बनाने की ली शपथ
टीबी मुक्त बनाने की शपथ
कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोगों ने देश को टीबी मुक्त बनाने की भी शपथ ली. सबने एक स्वर में कहा कि अपने मोहल्ले, गांव और शहर को टीबी मुक्त बनाना है. मरीजों को किट में एक-एक किलो हॉर्लिक्स, च्वयनप्राश, अरहर दाल, चना, गुड़, हरा मूंग और सरसो तेल जैसी आहार सामग्रियां शामिल थीं. ये सभी मरीज बड़कागांव प्रखंड के विभिन्न गावों के हैं, जिन्हें अदाणी फॉउंडेशन ने गोद लिया है. इससे पहले गोद लिए गए 60 टीबी मरीजों में अधिकतर स्वस्थ हो चुके हैं.