हजारीबाग: गोंदलपुरा खनन परियोजना के तहत अदाणी फॉउंडेशन ने गोद लिए हुए 70 टीबी मरीजों के बीच गुरुवार को छठे चरण का पोषण किट वितरित किया. बड़कागांव स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान ‘प्रधानमंत्री निक्षय पोषण योजना’ के तहत इन मरीजों को निःशुल्क पोषक आहार प्रदान किए गए. इस अवसर पर बड़कागांव के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अविनाश कुमार ने कहा कि अदाणी फॉउंडेशन लगातार टीबी के क्षेत्र में कार्य कर रहा है जो प्रशंसनीय और प्रेरक है. उन्होंने कहा कि अदाणी फॉउंडेशन की ओर से निःशुल्क एम्बुलेंस भी प्रदान किया गया है, जिससे ग्रामीणों को काफी लाभ मिल रहा है. एम्बुलेंस सुविधा के लिए ईंधन तक मरीजों से नहीं लिया जाता है और उन्हें त्वरित गति से हजारीबाग भेजने की व्यवस्था की जाती है. डॉ कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र परिसर में पर्यावरण दिवस के अवसर पर अदाणी फॉउंडेशन की ओर से लगाए गए पौधे भी अब पेड़ का शक्ल लेने लगे हैं, जिससे परिसर में हरियाली बढ़ गयी है.
मौके पर ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर नवीन कुमार ने टीबी मरीजों के लिए अदाणी फॉउंडेशन की ओर से किए जा रहे इस नेक पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि दो चरणों के बाद भी नए मरीजों को निःशुल्क पोषण आहार का लाभ प्रदान किया जाएगा, ऐसी उम्मीद है. पहले चरण के तहत अदाणी फॉउंडेशन ने 60 टीबी के मरीजों को गोद लिया था, जो अब स्वस्थ हो चुके हैं. दूसरे चरण के तहत 70 मरीजों को लगातार छह महीने तक पोषण आहार प्रदान किए गए हैं.
“लाइलाज नहीं है टीबी की बीमारी, समय पर करवाएं उपचार”
कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा अधिकारियों ने मरीजों को बताया कि पोषण किट के आहारों की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाई गयी है. मरीजों से कहा गया कि दवा के अतिरिक्त जो पोषण आहार उन्हें मिल रहे हैं उनका नियमित रूप से सेवन किया जाना चाहिए ताकि जल्द से जल्द टीबी को ठीक किया जा सके. अदाणी फॉउंडेशन के इस प्रयास से टीबी के मरीजों की संख्या में कमी आएगी और टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है. इसका समय पर उपचार करवा लिया जाए तो इससे हमेशा के लिए इससे छुटकारा मिल सकता है.
कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोगों ने देश को टीबी मुक्त बनाने की भी शपथ ली. सबने एक स्वर में कहा कि अपने मोहल्ले, गांव और शहर को टीबी मुक्त बनाना है. ‘प्रधानमंत्री निक्षय पोषण योजना’ के तहत बांटे गए इस किट में एक-एक किलो हॉर्लिक्स, च्वयनप्राश, अरहर दाल, चना, गुड़, हरा मूंग और सरसो तेल जैसी आहार सामग्रियां शामिल थीं.
स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के लिए हो रही है सार्थक कोशिश
अदाणी फॉउंडेशन की ओर से बड़कागांव प्रखंड के विभिन्न इलाकों में लगातार निशुल्क मेडिकल कैम्प और नेत्र जांच शिविर लगाए जाए रहे हैं, जहां ग्रामीणों के इलाज के साथ-साथ उन्हें आवश्यक दवाईयां और चश्मे प्रदान किए जा रहे हैं. इसके अलावा हरली हाई स्कूल में विज्ञान और गणित विषय के शिक्षक भी नियुक्त किए गए हैं, ताकि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके और उन्हें पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़े. स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ-साथ प्रखंड के युवाओं के रोजगार के लिए भी अदाणी फॉउंडेशन ने सार्थक पहल शुरू कर दी है, जिसके तहत स्क्रीनिंग में सफल युवाओं को सेना, पारा मिलिट्री, अग्निवीर और पुलिस बहाली के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा.
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