बड़कागांव (हज़ारीबाग़) : अदाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड (नेचुरल रिसोर्सेज) को वर्ष 2023 के ग्रीनटेक कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) इंडिया अवार्ड से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान झारखण्ड समेत देश के विभिन्न राज्यों के पिछड़े और आदिवासी बहुल इलाकों में शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिया गया है. ग्रीनटेक फॉउंडेशन की ओर से अदाणी के प्रतिनिधियों को यह सम्मान जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग में हुए एक समारोह में प्रदान किए गए.

अदाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड द्वारा झारखण्ड के हजारीबाग, छत्तीसगढ़ में सरगुजा एवं रायगढ़ जिलों सहित मध्यप्रदेश के सिंगरौली, ओडिशा के सम्बलपुर और सुंदरगढ़, महाराष्ट्र के नागपुर जिले में सामाजिक सरोकारों की विभिन्न परियोजनाएं संचालित की जा रही है. जिनमें अदाणी फॉउंडेशन के सहयोग से रेमेडियल कोचिंग क्लासेस, नवोदय कोचिंग क्लासेस, मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी, सरकारी नौकरियों के लिए आयोजित होने वाली परीक्षाओं की तैयारी के साथ-साथ मुफ्त स्कूल बस की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं. इसके अलावा आदिवासी लड़कियों के लिए साइकल और खेलों के लिए भी विशेष कक्षाओं का आयोजन किया जाता है. जवाहर नवोदय की प्रवेश परीक्षा में अब तक 100 आदिवासी लड़कियां सफल हो चुकी हैं. वहीं, सरकारी स्कूलों में लड़कियों की उपस्थिति 45 से बढ़कर 70% हो चुकी है. 50 से अधिक विद्यार्थियों ने अब तक नीट ओर JEE की प्रवेश परीक्षा में सफलता पायी है. इसी कड़ी में अदाणी फॉउंडेशन ने अब तक 50 से अधिक सरकारी स्कूलों और 65 आँगनवाड़ी केंद्रों में जरूरी बदलाव भी लाया गया है. अदाणी फॉउंडेशन देश के विभिन्न हिस्सों में स्वास्थ्य, स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास, कौशल क्षमता विकास और कृषि समेत अन्य क्षेत्रों में लगातार कार्य कर रही है.

सम्मान मिलने के बाद कंपनी ने कहा, “अदाणी फाउंडेशन के सहयोग से शिक्षा को बढ़ावा देने में अदाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड (नेचुरल रिसोर्सेज) को उत्कृष्ट योगदान के लिए मिले 10वें ग्रीनटेक सीएसआर अवार्ड 2023 से हम सभी सम्मानित महसूस कर रहे हैं. हमारी शिक्षा परियोजनाएं अदाणी विद्या मंदिर के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने, सरकारी स्कूलों को बेहतर करने और प्रतिस्पर्धी परीक्षा कोचिंग की व्यवस्था के साथ-साथ शैक्षिक किट वितरित करने पर केंद्रित हैं. छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड और महाराष्ट्र में जिन जगहों पर हमारी परियोजनाएं चल रही हैं, वहां के आदिवासी और पिछड़े इलाकों में परिवहन के साथ छात्रों की सुविधाओं का ख्याल भी रखा जा रहा है, ताकि उनकी शिक्षा में किसी तरह की बाधा न हो. हमारे समर्पित प्रयासों का उद्देश्य, क्षेत्र के आदिवासी विद्यार्थियों के बीच शिक्षा और कैरियर विकास को बढ़ावा देना, उनके लिए बेहतर और उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करना है. न्यायसंगत समाज बनाने के लिए सभी एकजुट होकर यह सुनिश्चित करें कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलने के साथ-साथ समुदायों के समावेशी विकास को भी बढ़ावा मिल सके.”

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