JoharLive Desk

मुंबई:बॉलीवुड अभिनेत्री मनीषा कोइराला का कहना है कि इंट्रेस्टिंग फिल्म में यदि उन्हें छोटा लेकिन अच्छी भूमिका मिले तो वह फिल्म में काम करना पसंद करेंगी।
मनीषा कोईराला अब अपने करियर की दूसरी पारी में पर्दे पर संजीदा और मैच्योर किरदारों में नजर आ रही हैं। इसी कड़ी में अगली फिल्म ‘प्रस्थानम’ में वह एक राजनीतिक घराने के मुखिया की पत्नी का किरदार निभा रही हैं। उनसे पूछा गया कि कि आप किस आधार पर फिल्में चुनती हैं? जवाब में मनीषा ने कहा , अब एक इंट्रेस्टिंग फिल्म में यदि मुझे एक छोटा लेकिन अच्छा रोल मिले, तो भी मैं कर लूंगी। जबकि, जो पहले का दौर था, वहां तो मैं एक लीडिंग ऐक्ट्रेस तक ही लिमिटेड थी। उससे ज्यादा मैं कर ही नहीं सकती थी। ऐसा कुछ करती, तो गड़बड़ हो जाता। अभी मैं उन बंधनों से आजाद हूं, तो मैं जो चाहूं, वह कर सकती हूं। अब मैं वह बीस साल की लड़की नहीं हूं, जिसे नाचना-गाना है, आज मुझे कुछ किरदार निभाने को मिल रहे हैं, सीन परफॉर्म करने को मिल रहे हैं, जिसे मैं इंजॉय कर रही हूं। वैसे भी, अब वह करैक्टर वाला स्टीरियोटाइप भी खत्म हो चुका है।

संजय दत्त की फिल्म ‘प्रस्थानम’ में काम करने संबंधी सवाल के जवाब में मनीषा ने कहा , हर फैसला कैलकुलेट करके या बिजनेस माइंड से नहीं होता। कई फैसले दिल से भी किए जाते हैं, जिसमें दोस्ती-यारी भी मायने रखती है। हम हर फैसला पेशवर तरीके से लेने लगे, तो जिंदगी काफी बेरुखी हो जाएगी। ‘प्रस्थानम’ को करने की मुख्य वजह थी, संजू और मान्यता। उनके होम प्रॉडक्शन की फिल्म थी, उन्होंने मुझे फोन किया, तो मैं बहुत खुश थी और मैं किसी भी हाल में इनकार नहीं कर सकती थी।

मनीषा कोईराला ने कहा मैं बहुत अरसे से बाबा को जानती हूं और बाबा ने हमेशा मुझे बहुत प्यार और इज्जत दी है। जब ‘रॉकी’ रिलीज हुई थी, तब से मैं उनकी फैन हूं, तो मुझे बहुत अच्छा लगा कि उन्होंने मुझे अपने होम प्रॉडक्शन की फिल्म ऑफर की। हालांकि, फिल्म में मेरा किरदार ज्यादा लंबे समय तक परदे पर नहीं आता है। ऐसा भी नहीं है कि मेरे बड़े-बड़े डायलॉग्स हैं। यह एक शांत, पर बहुत सशक्त किरदार है। वह एक रूढ़िवादी राजनीतिक परिवार की महिला है, जो अंदर ही अंदर बहुत दर्द और दुविधा में है।

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