रांचीः गरीबों का अनाज डकारने वालों के खिलाफ विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है. ऐसे लोगों को चिन्हित कर राशि की वसूली का आदेश जारी कर दिया गया है. इस क्रम में खाद आपूर्ति विभाग में 23 लोगों को चिन्हित किया है. जिसके विरुद्ध 17 लाख 80 हजार रुपए वसूली के लिए नोटिस निर्गत किए गए है. इनमें से अब तक छह लाभुकों से 5 लाख 29 हजार 620 रुपये की वसूली की गई है.
आयुष्मान का लाभ उठाया
बताया गया कि फर्जी लाल कार्डधारी और पीला कार्डधारी लाभुकों को चिन्हित किया जा रहा है. उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की प्रक्रिया चालू है. वैसे लाभुक जो सक्षम होने के बावजूद लाल कार्ड का उपयोग किया और अनाज के साथ-साथ आयुष्मान स्वास्थ्य योजना का लाभ उठाया. बताया गया कि लाभुक भी हैं, जिनके पास पक्का मकान और अच्छी खासी संपत्ति है. फर्जी लाभुकों के बारे में बताया गया कि लाल कार्ड बनाने का उद्देश्य अनाज नहीं था. ऐसे लाभुक कभी अनाज नहीं उठाये. लेकिन आयुष्मान योजना के तहत स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठाया. जिसके कारण एक लाख से ऊपर की क्षतिपूर्ति का भुगतान करना पड़ा.
लाल कार्ड सरेंडर कर दें
डीएसओ रांची अल्बर्ट बिलुंग ने बताया कि लाल कार्ड के माध्यम से बहुत लोगों ने लाभ उठाया है. जबकि वह आर्थिक रूप से सक्षम है. उन्हें किसी भी प्रकार से लाल कार्ड के माध्यम से मिलने वाला लाभ नहीं मिलना चाहिए. अभी तो 23 लोगों को ही चिन्हित किया गया है. जबकि सैकड़ों ऐसे लोग मिल जाएंगे जो इसका लाभ उठा रहे हैं. फिर उठ चुके हैं उन्होंने वैसे लोगों से आग्रह किया है कि अगर सक्षम है तो वह लाल कार्ड सरेंडर कर दें.
एक लाख से अधिक की वसूली
खाद आपूर्ति विभाग ने एक फर्जी लाभुक से 32 हजार 939 रुपए की वसूली की गई है. जबकि दूसरे लाभुक से 11,524 रुपये और तीसरे से एक लाख 1 हजार 655 रुपये की वसूली की गई है. एक फर्जी लाभुक को 1 लाख 1 लाख 48 हजार 848 रुपए का भुगतान करना पड़ा. विभाग की सख्ती के बाद एक फर्जी लाभुक ने 97 हजार 428 रुपए और एक लाभुक ने 1 लाख 37 हजार 226 रुपए का भुगतान करना पड़ा है. विभाग में लाभुकों का नाम उजागर नहीं किया है. उनके कार्ड संख्या के आधार पर इन्हें चिन्हित किया गया है.