नई दिल्ली : राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकराने के खिलाफ बयान देने वाले कांग्रेस पार्टी के आचार्य प्रमोद कृष्णम को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. आचार्य पर पार्टी विरोधी टिप्पणी के लिए ये कार्रवाई की गई. निष्कासन के बाद आचार्य प्रमोद का पहला बयान सामने आया है.
आचार्य प्रमोद ने पार्टी से निष्कासित होने पर अपना पहला रिएक्शन देते हुए राहुल गांधी पर तंज कसा है. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर राहुल गांधी को टैग करते हुए कहा, राम और राष्ट्र पर समझौता नहीं किया जा सकता.
राम और “राष्ट्र”
पर “समझौता” नहीं किया जा सकता. @RahulGandhi— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) February 11, 2024
आचार्य के पोस्ट के बाद कुमार विश्वास ने भी कांग्रेस को कोट करते हुए हमला बोला है. उन्होंने एक पोस्ट में तुलसीदास की पंक्तियां लिखते हुए कांग्रेस को राम को प्यार न करने वाला बताया. कुमार की पंक्तियों का अर्थ है,
“जाके प्रिय न राम-बदैही।
तजिये ताहि कोटि बैरी सम, जद्यपि परम सनेही॥
तज्यो पिता प्रहलाद, बिभीषन बंधु, भरत महतारी।
बलि गुरु तज्यो कंत ब्रज-बनितन्हि, भये मुद-मंगलकारी॥” https://t.co/RGAmP7GtH9— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) February 11, 2024
कुमार विश्वास की पंक्तियों का अर्थ है,
वहीं, कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पार्टी के खिलाफ अनुशासनहीनता और बार-बार बयानबाजी की शिकायतों के मद्देनजर ये कार्रवाई की गई है. कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
बता दें कि हाल ही में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस द्वारा राम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर सोनिया गांधी और खरगे पर हमला बोला था. जिसको लेकर कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद को पार्टी से 6 साल के निष्कासन का निर्णय लिया है.
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