रांची/देवघर: रांची, दुमका और देवघर में करोड़ों की ठगी का आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। कभी चंदन गुप्ता तो कभी सरफराज खान और अब खुद को अभियान सिंह राजपूत नाम वाले इस शख्स ने कभी डाक विभाग में नौकरी, कभी बीएसएनएल में नौकरी दिलाने और एक महीना में पैसा दोगुना करने का लालच देकर करोड़ों रुपये की जालसाजी की है।इन दिनों वह देवघर में रहकर डेवलप ड्रीम फाउंडेशन बनाकर आम लोगों को अपना शिकार बना रहा था। इस शातिर ठग ने ठगी की शुरुआत दुमका से की थी।

चंदन ने वर्ष 2017 की जुलाई में दुमका के पोखरा चौक के समीप चाय दुकान चलाने वाले भरत से उनके घर के एक युवके को डाक विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ठग लिए थे। प्रेशर दिये जाने चंदन ने अपनी पत्नी पिंकी कुमारी के अकाउंट का चेक देकर पैसे लौटने की बात कही। हालांकि अकाउंट में रकम नहीं रहने के कारण चेक बाउंस हो गया था।

कोर्ट में चाय दुकान चलाने वाले दीपक को भी झांसा देकर लाखों रूपये ठग लिए थे। चंदन ने खुद को बीएसएनएल का डायरेक्टर बताकर दुमका में एक दर्जन से अधिक लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लिया था। लोगों ने उसे पकड़कर टाउन पुलिस स्टेशन की पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस स्टेशन में ठगी के शिकार लोगों से समझौते के बाद उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं करायी गयी। दुमका में उसकी करतूतों का भंडाफोड़ होने के बाद वह रांची चला गया। रांची में उसने अपनी अलग पहचान बनाई।

दुमका का ठग चंदन गुप्ता रांची जाकर सरफराज खान बन गया। पांच साल पहले यानि साल 2018 में चंदन गुप्ता उर्फ सरफराज खान ने बीएसएनएल में नौकरी दिलाने के नाम पर रांची के 30 लोगों से 1 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। मामले में पीड़ित पीड़ित दीप्ति कश्यप ने 9 अगस्त में 2018 को उसके खिलाफ डोरंडा में मामला दर्ज करवाया था।

रांची पुलिस उसकी तलाश में दुमका जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हरनाकुंडी स्थित उसके घर पर लगातार दबिश दे रही थी। इस बीच उसने अपना ठिकाना देवघर बना लिया था और अब उसकी पहचान थी अभियान सिंह राजपूत। देवघर के रिखिया में उसने जालसाजी की शुरुआत की। रिखिया थाना क्षेत्र की सैंकड़ो महिलाओं को एक महीने में रकम दोगुनी करने का लालच देकर ठगी करने वाला शातिर अब पुलिस की गिरफ्त में है। रांची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

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