रांची: झारखंड के घोर उग्रवाद प्रभावित जिला गुमला में एक व्यक्ति ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी. हत्या करने के बाद अपने माता-पिता के साथ मिलकर शव को बोरा में बांधकर छिपा दिया. लेकिन, पुलिस ने महज 48 घंटे के अंदर हत्याकांड का खुलासा कर दिया. साथ ही हत्या के आरोपी और उसकी मदद करने वाले उसके माता-पिता को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
जंगल के पास कुआं से बरामद हुआ था अज्ञात युवती का शव
जिला के भरनो के एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल ने शुक्रवार को अन्य पुलिस पदाधिकारियों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीडिया को पूरे मामले की जनकारी दी. एसडीपीओ ने बताया कि भरनो प्रखंड में दहूटोली गांव में जंगल के पास कुआं से अज्ञात युवती का शव पुलिस ने 13 दिसंबर को बरामद किया था. पुलिस ने 48 घंटे के अंदर हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली.
एसडीपीओ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी जानकारी
एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल, इंस्पेक्टर एसएन मंडल एवं थानेदार कृष्ण कुमार तिवारी ने बताया कि मृतक की पहचान कैरो थाना क्षेत्र के चेरमो गांव निवासी स्व देवी महली की पुत्री शीला कुमारी (23) के रूप में हुई है. युवती चेरमो पतराटोली निवासी जलेश्वर लोहरा के पुत्र अंगत लोहरा (21) के साथ तीन वर्षों से लिव इन रिलेशन में रह रही थी.
11 दिसंबर को खेत में हुआ था विवाद
युवती अंगत लोहरा पर शादी करने के लिए दबाव बना रही थी. वहीं अंगत उससे कहता था कि नौकरी लगेगी, तब शादी करेगा. 11 दिसंबर की सुबह अंगत खेत में काम कर रहा था. तभी उसकी प्रेमिका शीला कुमारी खेत में पहुंची. शादी करने की बात पर उससे झगड़ने लगी.
अंगत ने प्रेमिका के सिर पर पत्थर से किया वार
इतने में अंगत ने पत्थर से शीला के सिर पर वार कर दिया. शीला वहीं बेहोश होकर गिर पड़ी. अंगत ने वहीं पास में स्थित एक कुआं में उसे धकेल दिया, जिससे उसकी मौत हो गयी. घटना को अंजाम देने के बाद अंगत चुपचाप अपने घर आ गया. उसने फोन पर अपने पिता को घटना की जानकारी दी.
शव को ठिकाने लगाने के लिए रांची गुमला पहुंचा पिता
अंगत के पिता जो रांची में मजदूरी करते थे, शाम को घर पहुंच गये. शव को दूसरी जगह ठिकाने लगाने का षड्यंत्र रचा. इस षड्यंत्र में अंगत की मां मनरखनी देवी भी शामिल थी. उसी रात बाप-बेटे ने मिलकर गांव के कुआं से शीला के शव को बाहर निकाला और प्लास्टिक एवं बोरा में भरकर बाइक से भरनो थाना क्षेत्र के दहूटोली गांव के पास एक कुआं में लाकर फेंक दिया.
दहूटोली में है अंगत के पिता का पैतृक गांव
अंगत के पिता का पैतृक गांव भी दहूटोली है. इसलिए उसे इस क्षेत्र की पूरी जानकारी थी. घटना के बाद एसपी के निर्देश पर पुलिस की टीम का गठन कर मामले की छानबीन शुरू हुई. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने अंगत लोहरा, उसके पिता जलेश्वर लोहरा एवं उसकी मां मनरखनी देवी को जेल भेज दिया. छापेमारी दल में एसआइ मिचराय पांड्या, राजेश बिहा, त्रिवेणी ओझा, सुनील सिंह सहित पुलिस जवान शामिल थे.