दुमका (जामा): भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो दुमका की टीम ने आज बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जामा थाना में पदस्थापित एएसआई गोपाल प्रसाद साह को पांच हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. जामा थाना क्षेत्र के महारो के पास से एसीबी की टीम ने एएसआई गोपाल प्रसाद साह को गिरफ्तार कर अपने साथ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कार्यालय दुमका ले गई है। मामले में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टीम ने बताया कि कुछ दिन पहले गादी कोरेया गांव निवासी उत्तम कुमार उम्र 32 वर्ष,पिता सुभाष मिस्त्री, दुमका जिला के रहने वाले ने मुफस्सिल थाना दुमका में एक आवेदन देकर बताया था कि आवेदक के नाम से एक बैटरी संचालित ई रिक्शा निबंधित है. इलेक्ट्रॉनिक रिक्शा को इन्होंने भाड़ा पर चलाने हेतु एक एग्रीमेंट बनाकर नारायण भंडारी को दिया है. 28 जून को नारायण भंडारी के पुत्र भोला भंडारी से रिक्शा चलाते वक्त एक्सीडेंट हो गया. जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी. उक्त बात की खबर जब इनको हुई तो वह दुमका जिला अंतर्गत जामा थाना गए. वहां ज्ञात हुआ कि ई रिक्शा के चालक के पुत्र भोला भंडारी के विरुद्ध एक जुलाई को जामा थाना कांड संख्या 61/23 , धारा 279,304 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है. उक्त कांड में जप्ती सूची बनाकर ई रिक्शा को कांड के अनुसंधानकर्ता सहायक अवर निरीक्षक गोपाल प्रसाद शाह के द्वारा जप्त कर थाना में सुरक्षित रखा गया है. अपने वाहन को मुक्त करवाने हेतु वो 17 अगस्त को संबंधित न्यायालय के न्यायाधीश दंडाधिकारी श्री सार्थक शर्मा के समक्ष उपस्थित हुए थे. न्यायालय द्वारा वाहन का दुर्घटना रिपोर्ट संबंधित थाना से मांग किया गया. आवेदक ने जब उक्त रिपोर्ट से संबंध में एमभीआई कार्यालय दुमका से पता किया तो पता चला कि दुर्घटना रिपोर्ट जामा थाना को भेज दिया गया है. बताया कि पुनः आवेदक ने जामा थाना जाकर कांड संख्या 61/23 के अनुसंधान कर्ता गोपाल प्रसाद शाह से मुलाकात की तो उन्होंने बोला कि 5000 दोगे तब तुम्हारी गाड़ी का दुर्घटना रिपोर्ट न्यायालय में भेजूंगा.उन्होंने काफी विनती की,परंतु गोपाल प्रसाद साह मानने को तैयार नहीं हुए, लेकिन आवेदक रिश्वत देना नहीं चाहते थे. जिसका सत्यापन कराया गया, तो रिश्वत मांगने की बात सत्य पाई गई. आवेदक के लिखित आवेदन एवं सत्यापन प्रतिवेदन के आधार पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो दुमका अभियुक्त गोपाल प्रसाद को 5000 रु घूस लेते पकड़ लिया.