धनबाद: मारपीट के केस में अभियुक्त से 15 हजार घूस लेने के चक्कर में एक दरोगा को धनबाद एसीबी टीम ने सोमवार की दोपहर कोर्ट परिसर से रंगे हाथ दबोचा है। दारोगा निलेश कुमार सिंह वर्ष 2018 बैच का है। लोयाबाद थाना में मारपीट समेत कई धारा में दर्ज एक केस का अनुसंधानकर्ता दरोगा निलेश को मिला था। मामले की एक अभियुक्त को बचाने के लिए लोयाबाद के ही सजेश चौहान से 15 हजार रुपये घूस मांगा था। इस मामले की शिकायत सजेश चौहान ने दो दिन पहले एसीबीसी की थी।
इसके बाद ही एसीबी ने दरोगा को बेचने के लिए जाल बिछाया। राजेश चौहान दरोगा को पैसा देने के लिए धनबाद कोर्ट बुलाया था। इस बीच एसीबी की टीम कोर्ट परिसर में सादे लिबास में तैनात थे। जैसे ही संजय चौहान ने दरोगा निलेश को 15 हजार रुपये हाथ में दिए। एसीबी ने उसे तत्काल धर दबोचा। दरोगा रुपए गिन रहा था तभी एसीबी के एक अधिकारी दारोगा के हाथ पकड़ लिए।
इस दौरान दोनों के बीच थोड़ी देर तक हाथापाई भी हुई। कभी ऐसी भी की टीम जो कोर्ट परिसर में पहले से मौजूद थे दारोगा को हिरासत में ले लिया। एसीबी के इस कार्रवाई से शहर में हड़कंप मच गया था। चर्चा शुरू हो गई थी कि धनबाद थाना का एक दरोगा पकड़ा गया है। धनबाद थाना के पुलिस कर्मी एक दूसरे को फोन कर पता लगाने की कोशिश करने लगे थे। इधर एसीबी डीएसपी खंडेलवाल ने बताया कि निलेश कुमार सिंह ने बताया की दरोगा निलेश कुमार सिंह की गिरफ्तारी 15000 घूस लेने के आरोप में हुई है। एक केस में मदद के लिए लोयाबाद के सजेश चौहान ₹15000 घुस मांगा था। भुक्तभोगी ने इसकी शिकायत एसीबी कार्यालय में की थी जिसके बाद ही दरोगा को गिरफ्तार किया गया है। एसीबी टीम आरोपित दरोगा को जेल भेजने से पूर्व कागजी प्रक्रिया पूरी कर रही है।