रांची : रांची विश्वविद्यालय (आरयू) में परीक्षा संबंधी मामलों के लिए कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनी एनसीसीएफ का विरोध विभिन्न छात्र संगठनों का शनिवार को भी जारी रहा. विद्यार्थियों का आरोप है जब से कंपनी ने आरयू के परीक्षा विभाग को संभाला है, तभी से लगातार गलतियां हो रही हैं. इस मुद्दे पर छात्र आजसू के सदस्यों ने राज्यपाल के नाम मांग पत्र सौंपकर शिकायत भी दर्ज कराई है.

प्रदेश सह-मंत्री दिशा ने कहा कि रांची विश्वविद्यालय पूर्णतः भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है. आये दिन छात्र-छात्राओं को प्रवेश परीक्षा एवं परिणाम को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ता है. विश्वविद्यालय के पदाधिकारी नये-नये टेंडर करने में व्यस्त रहते हैं. परीक्षा संबंधी कार्यों का आउटसोर्सिंग करना भारी गड़बड़ी के बावजूद भी निजी कंपनी को संरक्षण देना यह बताता है कि दाल में कुछ काला है.

रांची महानगर जिला संयोजक अमर सिंह नें कहा कि विश्वविद्यालय सभी विभागों को प्राइवेट कंपनी को सौंपता जा रहा है, परिणामस्वरूप विश्वविद्यालय को विधि व्यवस्था पूर्णतः ठप हो चुकी है. विश्वविद्यालय के पदाधिकारी शैक्षणिक व्यवस्था के सुधार के लिए नहीं बल्कि आपने व्यक्तिगत एजेंडे के साथ काम कर रहे है. विश्वविद्यालय के कुलपति विधि व्यवस्था को ठीक करने के बजाय नये-नये टेंडर निकाल कर अपनी जेब भरने में व्यस्त है.

रांची महानगर मंत्री ऋतुराज शाहदेव में कहा कि विश्वविद्यालय के पदाधिकारी सारे नियम व शर्तों को ताक पर रखकर कार्य कर रही है. पिछले कुछ समय में ऐसी नियुक्तियां हुई है. जिसका कोई आधार नहीं है, सभी सेवानिवृत्त तथा वैसे हैं जो उस विषय के जानकार भी नहीं हैं. साथ ही आउटसोर्सिंग के माध्यम से ग्रामीण एवं छात्रों का आर्थिक दोहन किया जा रहा है. अगर कुलपति तत्काल इस कम्पनी को नहीं हटाती है तो विद्यार्थी परिषद सभी परिसरों में 08 जनवरी से चरणबद्ध आंदोलन करेगी.

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