बोकारो: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्वामी विवेकानंद की जयंती बेरमो के चंद्रपुरा डीवीसी आईटीआई के प्रांगण में मनाया. कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद के चित्र में माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित करके किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित भारतीय मजदूर संघ डीवीसी के धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि स्वामी विवेकानंद वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे. उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था. उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में सन् 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था.

वहीं BMS के तपन दास ने कहा कि युवा वायु के समान होते हैं. युवा हमारे देश का भविष्य है. युवाओं को स्वामी विवेकानंद के मार्ग में चलना चाहिए और अपने मन को अपने लक्ष्य के ऊपर केंद्रीय करना चाहिए. वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद झारखंड प्रांत एसएफडी प्रमुख विवेक पाठक ने कहा कि उनके जीवन के मुख्य सिद्धांत सत्य, सरलता, सहजता, त्याग, ध्यान था. स्वामी जी एक सिद्धांत वादी व्यक्ति थे, जो हमेशा युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनते रहे . स्वामी विवेकानंद एक महान व्यक्तित्व थे. उनके जन्म दिवस की तिथि 12 जनवरी को संपूर्ण भारतवर्ष युवा दिवस के रूप में मनाता है.

इस दौरान मंच का संचालन हरि दर्शन कुमार ने किया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अमरजीत सिंह, अमित सिंह, राहुल शाह, हर्ष वर्मा, सूरज रावत, सूरज तिवारी एवं आईटीआई कॉलेज के शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे व कार्यक्रम का समाप्ति मनीष कुमार पांडे ने धन्यवाद ज्ञापन देखकर किया.

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