रांची: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए उनका पुतला जलाया. यह प्रदर्शन बंगाल के एक अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में किया गया. सर्कुलर रोड चौक पर आयोजित इस प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि ममता सरकार दुष्कर्मियों को संरक्षण दे रही है और इस तरह के अपराधों को आत्महत्या के रूप में पेश करने का प्रयास कर रही है.
बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए
प्रदेश सह मंत्री दिशा दित्या ने कहा कि भारतीय समाज में डॉक्टरों को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है, और उनके साथ हुए जघन्य अपराध ने पूरी तरह से शर्मसार किया है. एबीवीपी ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने और दुष्कर्मियों को तुरंत फांसी की सजा देने की मांग की है. केंद्रीय कार्य समिति सदस्य रोमा तिर्की ने इस घटना को अत्यंत गंभीर बताते हुए कहा कि ममता बनर्जी एक महिला होने के बावजूद अपराधियों को संरक्षण दे रही हैं. उन्होंने टीएमसी के गुंडों द्वारा किए गए दुष्कर्मों के खिलाफ भी कोई ठोस कार्रवाई न किए जाने की बात की. एबीवीपी ने पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की है.