रांची: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन कर जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में हुए भारी अनियमितताओं की निष्पक्ष जांच की मांग की. अल्बर्ट एक्का चौक पर आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में आंदोलनरत छात्रों पर दर्ज एफआईआर वापस लेने की भी मांग की गई. एबीवीपी रांची महानगर के मंत्री ऋतुराज सहदेव ने बताया कि पूरे प्रदेश में जेएसएससी पेपर लीक मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया था. उन्होंने कहा कि 21 और 22 सितंबर को झारखंड में सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 का आयोजन किया गया था, जिसमें कई अनियमितताएं सामने आई हैं.
छात्रों का आरोप है कि परीक्षा के दौरान इंटरनेट जैसी मूल सुविधाएं बंद कर दी गईं और कई परीक्षा केंद्रों पर पेपर 1 के स्थान पर पेपर 2 बांटे गए. इसके अलावा, कुछ प्रश्न पत्रों के सील पहले से टूटे पाए गए. इस संबंध में अभाविप झारखंड ने मांग की है कि उक्त परीक्षा की निष्पक्ष जांच की जाए और छात्रों के हित में जल्द से जल्द निर्णय लिया जाए.
झारखंड में पेपर लीक हुआ आम
प्रदेश सह मंत्री दिशा दित्या ने कहा कि पूर्व में हुए सीजीएल परीक्षा में भी पेपर लीक का मामला प्रकाश में आया था, जिसके बाद सरकार ने परीक्षा को रद्द कर दिया. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसा ही दोबारा हुआ, तो यह छात्रों को दिग्भ्रमित करने का प्रयास होगा. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि झारखंड में पेपर लीक अब एक आम समस्या बन गई है. सरकार को इस गंभीर विषय पर कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को धोखा दे रही है, जबकि उसने प्रतिवर्ष 5 लाख रोजगार देने का वादा किया था.