Joharlive Team
रांची। झारखंड के मुखिया हेमंत सोरेन को लगातार टारगेट कर अलग अलग तरीके से परेशान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री को कभी ईमेल भेज कर धमकी दी जाती है, तो कभी उन्हीं का फर्जी सचिव बनकर उनसे बात करने की इक्छा जाहिर किया जाता है। इतना ही नहीं झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के सचिव बनकर मिज़ोरम के राज्यपाल से भी बात करना चाहता है। इस मामले का खुलासा उस वक़्त हुआ जब मिज़ोरम के राज्यपाल कार्यालय से झारखंड सीएमओ में कॉल पर पूछा जाता है कि अभिजीत मंडल नामक व्यक्ति कौन और किस पोस्ट पर है। फिर झारखंड सीएमओ के सुरक्षा प्रभारी को मामले की जानकारी दी जाती है और संबंधित थाना गोंदा में प्राथमिकी दर्ज करायी जाती है। अब पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। पूरे मामले में गोंदा थाना प्रभारी अवधेश ठाकुर ने कहा कि मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। फोन करने वाले अभिजीत मंडल बंगाल का रहने वाला है। उसके विरुद्ध बंगाल में भी पांच मामले दर्ज है। बंगाल पुलिस ने जानकारी दी है कि वह अक्सर ऐसे फोन कॉल करता है। जल्द ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर रांची लाएगी।
7 मार्च को दो नंबरों से किया था फोन, कहा सीएम से बात कराईए
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार अभिजीत मंडल ने सात मार्च को 11.45 बजे मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय के टेलीफोन नंबर पर अपने दो मोबाइल नंबर से कॉल किया। उस वक्त मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय में ड्यूटी पर शशि भूषण महतो तैनात थे। उन्होंने सुरक्षा में पदस्थापित तंजील खान को बताया कि उक्त मोबाइल नंबर से कॉल आया था। कॉल करने वाले ने कहा कि वह मुख्यमंत्री का सचिव बोल रहा है, मुख्यमंत्री से बात कराईए। जब शशि भूषण महतो ने उससे कहा कि आप मुख्यमंत्री के सचिव है तो सीएम कार्यालय में फोन कर उनसे बात कराने के लिए क्यों बोल रहे है आप तो खुद ही यहां आकर बात कर सकते है। इसपर उसने फोन काट दिया।
मिजोरम के राज्यपाल कार्यालय से फोन आया तब उड़े कर्मचारियों को होश
दर्ज प्राथमिकी में यह भी बताया गया है कि फिर मिजोरम के राज्यपाल कार्यालय से मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में फोन आया। राज्यपाल कार्यालय मिजोरम की ओर से पूछा गया कि मुख्यमंत्री कार्यालय में कोई अभिजीत मंडल नाम का व्यक्ति है क्या। बताया गया कि एक फोन काल आया था, फोन करने वाले ने बताया कि वह झारखंड के मुख्यमंत्री का सचिव बोल रहा है और राज्यपाल मिजोरम से बात करना चाहता है। इसके बाद मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय के कर्मचारियों को होश उड़ गए गए और इसकी जानकारी मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात वरीय अधिकारियों को दी। फिर घटना के समय ड्यूटी पर तैनात एसआई तंजील खान द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई।